Explore

Search
Close this search box.

Search

November 23, 2024 6:52 am

लेटेस्ट न्यूज़

वो तालियां जो कभी गड़गड़ाहट पैदा करती थी आज वही आवाज नफरत फैला चुकी : आजम की घर वापसी मुश्किल

12 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

आजम खां जिनकी तकरीरें कभी तालियों की गड़गड़ाहट बटोरा करती थीं, नफरत पैदा करने लगीं और इसी आरोप में उनकी विधायकी चली गई। अब रामपुर में विधानसभा के उपचुनाव होंगे। इस उपचुनाव में अपना गढ़ बचा पाना समाजवादी पार्टी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं।

एक वह दौर भी था जब आजम खां का शुमार एक बेबाक नेता के तौरपर होता था। लेकिन रामपुर में लोकसभा चुनाव के दौरान जयाप्रदा के विरुद्ध अशोभनीय शब्दों के इस्तेमाल ने उनकी छवि पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। सपा से इसलिए उनकी रुख्सती भी हुई। लेकिन वे माने नहीं। दस बार रामपुर से विधायक रहे आजम खां के लिए इस वक्त रामपुर को बचा पाना आसान नहीं होगा।

मध्यकालीन भारत के दौर में रामपुर दिल्ली सल्तनत का अंग था। उस दौर में यह इलाका बदायूं और संभल के बीच था और इस इलाके को काथेर के नाम से जाना जाता था।

मौजूदा समय में जहां रामपुर शहर बसा है, दरअसल वहां कभी चार गांव होते थे। 1775 में नवाब फैजुल्लाह खान ने इन चार गांवों को मिलाकर रामपुर शहर की स्थापना की।

रामपुर वह स्थान है जहां का गौरवशाली इतिहास रहा है। कठेरिया राजपूत यहां के शासक थे जिन्होंने चार सौ सालों तक रामपुर के लिए दिल्ली से युद्ध किया। राजपूतों ने 1253 में नसीरुद्दीन महमूद, 1256 में गयासुद्दीन बलबन, 1290 में जलालुद्दीन फिरोज, 1494 में सिकन्दर लोधी को अपनी वीरता का लोहा मनवाया और युद्ध में उनके दांत खट्टे कर दिए।

आजम खां की विधायकी जाने के बाद रामपुर दोराहे पर खड़ा है। वहां की जनता इस वक्त इस पशोपेश में है कि वह देखे तो आखिर किस तरफ देखे। उन आजम खां की तरफ जिन्होंने अपने रफीकुल मुल्क का जन्मदिन रामपुर में पूरे राजसी अंदाज के साथ मनाया था। दुलहन की तरह उसके लिए रामपुर को सजाया था। लंदन से मुलायम सिंह यादव के बैठने के लिए फिटेन मंगवाई थी। सौ फुट का केक बनवाया था। या उस भाजपा के लिए जो विकास के नए वादों के साथ इस वक्त रामपुर की जनता से मुखातिब है।

रामपुर में आजम खां की विधायकी जाने के बाद होने वाले उपचुनाव पर समाजवादी पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी कहते हैं, रामपुर समाजवादियों का गढ़ रहा है। वहां हमेशा समाजवादी पार्टी ने अपनी जीत का परचम फहराया। इस बार भी परिणाम सपा के ही पक्ष में होंगे। उधर, योगी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह कहते हैं, योगी आदित्यनाथ की सरकार अपने काम से जनता में लोकप्रिय है। उसकी लोकप्रियता दिन प्रति दिन बढ़ रही है। हम रामपुर में होने वाले उपचुनाव में भारी जीत दर्ज करेंगे। घृणा फैलानेवालों को रामपुर की जनता सबक सिखाएगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़