नौशाद अली की रिपोर्ट
किन्नर कल्याण बोर्ड ने किन्नरों को समाज की मुख्यधारा में ले आने के लिए पहल की तो नगर निगम उन्हें नौकरी देने के आगे आ गया। महेसरा स्थित इलेक्ट्रिक बस डिपो व चार्जिंग स्टेशन पर तैनात होने जा रहे तीन किन्नर इलेक्ट्रिक बसों की स्पीड पर नजर रखने के साथ अन्य जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड के सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरि उर्फ किरन बाबा ने बताया कि किन्नर समाज में भी बहुत लोग ऐसे हैं जो समाज की मुख्यधारा में आकर आत्मसम्मान के साथ जीना चाहते हैं। ऐसे स्नातक और इंटरमीडिएट पास किन्नरों की सूची बनाई जा रही है। इसके बाद सरकारी विभागों में किन्नरों के लिए पद सृजित कर नौकरी दिलाने की दिशा में काम किया जाएगा।
पीपीगंज में पिछले दिनों उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ से आए किन्नर प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी। इसमें किन्नरों को विशेष पहचान पत्र जारी करने की मांग उठी। शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, रोजगार आदि में किन्नरों को वरीयता देने के लिए सरकार से बात करने का निर्णय लिया गया था। 22 अप्रैल को लखनऊ में बोर्ड के सदस्यों की बैठक में इन सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी।
महेसरा स्थित इलेक्ट्रिक बस डिपो के इंचार्ज केके मिश्र ने बताया कि इलेक्ट्रिक बस की अधिकतम गति 45-50 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। इससे ज्यादा गति बढ़ी तो महेसरा में बने कंट्रोल रूम को संदेश मिल जाता है। डिपो में रखे जा रहे तीन किन्नर जिस बस की गति ज्यादा होगी उसका नंबर और चालक की पूरी सूचना रजिस्टर में दर्ज करेंगे। इसके बाद इन चालकों की काउंसलिंग की जाएगी।
किन्नर हमारे समाज का हिस्सा हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समाज के हर वर्ग को स्वावलंबी बना रहे हैं। किन्नरों को इलेक्ट्रिक बस चलाने, कंडक्टर बनाने, कर वसूली में लगाने समेत अन्य कार्यों में प्राथमिकता दी जाएगी। – अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।
Author: samachar
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