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17 January 2025 8:31 pm

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दबंगो के ऊपर कार्यवाही करने से डरते जिम्मेदार…पत्रकारों से जुड़े मामले में तुरन्त दर्ज करते एफ आई आर…

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ब्यूरो रिपोर्ट चित्रकूट

चित्रकूट- भ्रष्टाचार व कानून व्यवस्था के मुद्दों को लेकर प्रदेश में दूसरी बार सत्ता हासिल करने वाली योगी सरकार में पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए नजर आ रहे हैं जहां पर पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी जनता को न्याय दिलाने की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर जनता का शोषण करने से पीछे नहीं हटते हैं l

जिसका जीता जागता उदाहरण है पत्रकार संजय सिंह राणा का एक्सीडेंट मामला…

जिले के वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह राणा का 14 अगस्त 2021 को साजिश के तहत जान लेवा हमला कराकर एक्सीडेंट करा दिया गया था जिसमें पत्रकार के गंभीर चोटें आई थी जिसका अभी भी लगभग आठ महीने से इलाज़ चल रहा है l

पीड़ित पत्रकार ने एक्सीडेंट कराने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए मुख्यमंत्री महोदय सहित पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लिखकर जांच कराकर कार्यवाही की मांग की जिसमें पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार थाना प्रभारी रैपुरा द्वारा अभी तक एफ आई आर नहीं लिखी गई है पीड़ित पत्रकार ने 01 मार्च 2022 को सोशल मीडिया एकाउंट ट्विटर व व्हाट्स ऐप के माध्यम से डी जी पी, ए डी जी, आई जी व पुलिस अधीक्षक सहित थाना प्रभारी रैपुरा को शिकायती पत्र भेजा था लेकिन पुलिस के जिम्मेदार थाना प्रभारी रैपुरा द्वारा यह कहा गया कि सोशल मीडिया से भेजे गए शिकायती पत्र में एफ आई आर दर्ज़ नहीं होगी आपको लिखित शिकायत पत्र देना पड़ेगा जिसमें पीड़ित ने लिखित शिकायत पत्र डी जी पी, ए डी जी, आई जी व पुलिस अधीक्षक सहित थाना प्रभारी रैपुरा को भेजा लेकिन अभी तक एफ आई आर दर्ज़ नहीं की गई वहीं पीड़ित ने मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के जरिए से आन लाइन शिकायत की जिसमें पुलिस के जिम्मेदार कर्मियों द्वारा शासन को गुमराह करने के लिए गलत रिपोर्ट प्रेषित की वहीं पीड़ित पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात की तो उसमें मामले को दिखवाने की बात की लेकिन अभी तक एफ आई आर दर्ज़ नहीं की l

चित्रकूट पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल द्वारा कानून व्यवस्था को बनाए रखने व शिकायतों पर कार्यवाही करने के बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत में यह दावे खोखले साबित होते दिखाई दे रहे हैं l

पुलिस अधीक्षक द्वारा बार बार यह कहा जा रहा है कि आप आन लाइन शिकायत दर्ज कराइये कार्यवाही जरूर होगी वहीं पीड़ित पत्रकार ने आन लाइन शिकायत व लिखित शिकायत की थी लेकिन अभी तक एफ आई आर दर्ज़ न होना पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है l

वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार कर्मियों ने बड़ी ही वाहवाही का काम किया है जो काबिले तारीफ़ है पत्रकार संजय सिंह राणा ने एक दुष्कर्म पीड़िता की खबर प्रकाशित की थी जिसमे थाना प्रभारी मऊ द्वारा पत्रकार संजय सिंह राणा के ऊपर तुरन्त एफ आई आर दर्ज़ कर दी गई जिसमें पूरी साजिश के तहत मुकदमा दर्ज कर पीड़ित पत्रकार संजय सिंह राणा के एक्सीडेंट मामले को भटकाने का प्रयास किया गया है l

एक तरफ मुख्यमंत्री महोदय पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर बड़े बड़े दावे कर रहे हैं व यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि पत्रकारों का उत्पीड़न करने वाले व अभद्रता करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जायेगा तो फिर चित्रकूट पुलिस प्रशासन द्वारा एक्सीडेंट से दुघर्टना ग्रस्त पत्रकार का उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है जिसमें पहले तो पीड़ित पत्रकार की एफ आई आर दर्ज़ नहीं की गई वहीं दूसरी ओर खबर प्रकाशित करने पर पत्रकार के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया है l

सवाल यह उठता है कि चित्रकूट पुलिस प्रशासन द्वारा कब तक पत्रकारों को निशाना बनाकर एफ आई आर दर्ज़ होती रहेंगी व पीड़ित पत्रकार कब तक न्याय पाने के लिए दर दर की ठोकरें खाते रहेंगे यह एक बड़ा सवाल है l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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