ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के नवाबगंज विकासखंड स्थित रूदवारा गांव में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग अपनी बेटियों की शादी यहां करने से कतरा रहे हैं। यहां तक कि गांव के लोग अपने ही रिश्तेदारों को बुलाने से डरते हैं, क्योंकि इस गांव में मक्खियों का आतंक चरम पर है।
गांव में हजारों की संख्या में मक्खियां, खाना-पीना तक मुश्किल
गांववालों के अनुसार, गांव में इतनी मक्खियां हैं कि जीना दूभर हो गया है। लोग न तो आराम से खाना खा सकते हैं और न ही सो सकते हैं। जैसे ही वे भोजन के लिए बैठते हैं, हजारों मक्खियां खाने पर बैठ जाती हैं, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य दोनों पर असर पड़ रहा है।
गांव के छोटे बच्चे और बुजुर्ग अक्सर बीमार रहने लगे हैं। महिलाओं का कहना है कि खाना बनाना तक मुश्किल हो गया है। लोग मच्छरदानी लगाकर बैठने को मजबूर हैं, ताकि मक्खियों से बचा जा सके।
गांव छोड़ने को मजबूर लोग, रिश्तेदार भी आने से डरते हैं
मक्खियों के इस आतंक ने गांव के सामाजिक जीवन को भी प्रभावित किया है। गांववालों के अनुसार, अब कोई भी इस गांव में अपनी बेटी का रिश्ता नहीं करना चाहता। जो लोग पहले से शादीशुदा हैं, वे भी गांव छोड़कर जाने की सोच रहे हैं।
गांव की महिलाओं का कहना है कि रिश्तेदार भी इस गांव में आने से डरते हैं। मक्खियों की वजह से हर कोई गांव से दूर रहने की कोशिश करता है।
पोल्ट्री फार्म बना मक्खियों की संख्या बढ़ने की वजह
गांववालों के अनुसार, यह समस्या तब से बढ़ी जब गांव में पोल्ट्री फार्म खुला। इस पोल्ट्री फार्म से गंदगी और बदबू फैल रही है, जिससे मक्खियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ।
पहले पोल्ट्री फार्म के मालिक मक्खियों को नियंत्रित करने के लिए दवा छिड़कते थे, जिससे कुछ राहत मिलती थी। लेकिन अब उन्होंने दवा छिड़कना भी बंद कर दिया है। जब गांववालों ने इस पर आपत्ति जताई तो पोल्ट्री फार्म के लोग धमकी देने लगे कि अब वे कोई दवा नहीं डालेंगे।
मरी हुई मुर्गियों को खेतों में फेंकते हैं, बढ़ती गंदगी
गांव के लोगों का कहना है कि पोल्ट्री फार्म के मालिक मरी हुई मुर्गियों को ठीक से दफनाने के बजाय खेतों में फेंक देते हैं, जिससे बदबू और मक्खियों की संख्या बढ़ जाती है।
गांववालों का कहना है कि जब वे इस मामले की शिकायत अधिकारियों से करते हैं, तो वे बस खानापूर्ति कर चले जाते हैं। कोई भी इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की कोशिश नहीं कर रहा।
गांववालों की मांग: पोल्ट्री फार्म को हटाया जाए
रूदवारा गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस अवैध पोल्ट्री फार्म को बंद किया जाए या इसे गांव से दूर स्थानांतरित किया जाए।
गांववासियों का कहना है कि यदि जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला, तो वे मजबूर होकर पलायन करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
प्रशासन की लापरवाही और गांववालों की बेबसी
रूदवारा गांव की स्थिति प्रशासन की लापरवाही और गांववासियों की मजबूरी को उजागर करती है। मक्खियों के कारण गांव में रहना मुश्किल हो चुका है, बीमारियां फैल रही हैं और सामाजिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
गांववालों को अब प्रशासन से उम्मीद है कि वह उनकी इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान निकाले, ताकि गांव के लोग चैन की सांस ले सकें और रूदवारा फिर से एक सामान्य जीवन जीने लायक बन सके।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की