मुस्लिम समुदाय को सलाह देते हुए इतिहास और विरासत के हवाले मंत्री संजय निषाद ने पढिए क्या कह डाला

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

Baliya. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख डॉ. संजय निषाद ने विवादित धार्मिक स्थलों को लेकर बड़ा बयान दिया है। बलिया में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे अपने धर्मग्रंथों के मुताबिक विवादित जगहों पर इबादत करने से बचें, क्योंकि यह गुनाह है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्मग्रंथ खुद इस बात की नसीहत देते हैं कि ऐसी जगहों पर इबादत न करें जहां विवाद हो। उन्होंने सुझाव दिया कि विवादित जगहों को संबंधित पक्षों को सौंप देना चाहिए और इसके लिए सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी।

डॉ. संजय निषाद ने भारतीय इतिहास और विरासत पर जोर देते हुए कहा, “इतिहास हमारी विरासत है। विरासत हमारी पूंजी है, और यह पूंजी हमारे भविष्य का आधार है। यदि हमारी विरासत किसी के कब्जे में रहेगी, तो उसे वापस करना ही होगा।”

निषाद राज के किले और खुदाई पर बयान

पुरातत्व विभाग द्वारा चलाए जा रहे खुदाई अभियानों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि यह विभाग संवैधानिक रूप से इतिहास और संस्कृति को संरक्षित करने का काम करता है। उन्होंने विशेष रूप से निषाद राज के किले का उल्लेख किया, जिसकी खुदाई के दौरान ऐतिहासिक महत्व की कई चीजें सामने आईं। मंत्री ने कहा कि यह किला निषाद समाज की धरोहर है, लेकिन इसके ऊपर एक मस्जिद का निर्माण किया गया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या हर ऐतिहासिक स्थल पर मस्जिद ही बनाई जाएगी? क्या अन्य जगहों पर जमीन की कमी है?”

भारतीय संस्कृति और विरासत की वापसी की मांग

डॉ. संजय निषाद ने भारत की संस्कृति और विरासत को भारतीयों को लौटाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इतिहास और पुरातत्व विभाग द्वारा किए जा रहे खुदाई के कार्य इस दिशा में एक सकारात्मक कदम हैं। उनके अनुसार, भारतीय संस्कृति को संरक्षित और पुनर्स्थापित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।

मंत्री के इस बयान ने विवादित धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों की स्थिति पर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। उनका यह बयान कई सवाल खड़े करता है, जिन पर आने वाले दिनों में गहन चर्चा होने की संभावना है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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