ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
25 नवंबर को कानपुर पुलिस कमिश्नर ऑफिस में मेरठ के मवाना निवासी दिव्यांशी चौधरी ने जमकर हंगामा किया। उसने अपने पति, ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा आदित्य कुमार लोचव पर शारीरिक, मानसिक उत्पीड़न और 14.5 लाख रुपये हड़पने का गंभीर आरोप लगाया। दिव्यांशी ने आदित्य पर महिलाओं से अवैध संबंध बनाने, सोशल मीडिया पर लड़कियों को फंसाने और फिर ब्लैकमेल करने का भी आरोप लगाया।
पत्नी के गंभीर आरोप और दरोगा का पलटवार
दिव्यांशी के आरोपों के जवाब में दरोगा आदित्य ने उसकी नीयत और चरित्र पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि दिव्यांशी पहले तीन बार शादी कर चुकी है और कई बार झूठे मुकदमे दर्ज कर लोगों को फंसाकर उनसे धन उगाही करती रही है। आदित्य का कहना है कि दिव्यांशी के बैंक खातों से करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है, जिसकी जानकारी शादी के कुछ महीनों बाद मिली।
कैसे सामने आया यह विवाद?
दरोगा आदित्य ने बताया कि शादी के बाद से दिव्यांशी ससुराल में नहीं रहती थी और बीएड तथा सीटेट की तैयारी का बहाना बनाकर मायके चली जाती थी। जब घर आती, तो अपने मोबाइल से सभी यूपीआई एप डिलीट कर देती। आदित्य को शक हुआ, और उन्होंने दिव्यांशी के मोबाइल से यूपीआई एप्स डाउनलोड कराकर ट्रांजैक्शन हिस्ट्री चेक की। इसमें 10 से ज्यादा खातों में करोड़ों रुपये का ट्रांजैक्शन देखकर आदित्य स्तब्ध रह गए।
जब उन्होंने दिव्यांशी से इस बारे में पूछताछ की, तो वह झगड़कर मायके चली गई। बाद में आदित्य ने दिव्यांशी के अतीत की छानबीन की, जिसमें चौकाने वाली जानकारियां सामने आईं।
दिव्यांशी पर पहले के मामलों का खुलासा
आदित्य ने कोर्ट रिकॉर्ड्स और स्थानीय पूछताछ के जरिए पता लगाया कि दिव्यांशी ने मेरठ के दरोगा प्रेमराज पुष्कर और उनके भाई पर झूठे आरोप लगाकर मुकदमे दर्ज कराए थे। लेकिन मजिस्ट्रेट के सामने बयान देते समय उसने पलटी मारते हुए कहा कि प्रेमराज से उसने आपसी सहमति से शादी की थी।
इसी तरह, दिव्यांशी ने मेरठ और हस्तिनापुर के बैंक मैनेजरों पर भी झूठे मुकदमे दर्ज कराए थे। इन मामलों में कोर्ट के समक्ष उसने बयान बदल दिए, जिससे साफ हो गया कि वह ब्लैकमेलिंग में माहिर है।
1 करोड़ की डिमांड और कानूनी धमकियां
आदित्य ने बताया कि जब दिव्यांशी को उनकी जांच के बारे में पता चला, तो उसने 1 करोड़ रुपये की मांग की। मांग पूरी न होने पर उसने पूरे परिवार को जेल भिजवाने की धमकी दी। बाद में, कानपुर में पुलिस कमिश्नर के सामने पेश होकर आदित्य पर गंभीर आरोप लगाए, लेकिन आदित्य ने सारे साक्ष्य पेश कर उसे बेनकाब कर दिया।
दरोगा का पारिवारिक जीवन और शादी
आदित्य, जो 2019 बैच के सब-इंस्पेक्टर हैं, बुलंदशहर के बीबीनगर के निवासी हैं। 17 फरवरी 2024 को उनकी शादी मेरठ की दिव्यांशी चौधरी से हुई थी। दिव्यांशी का रिश्ता परिवार के करीबी रिश्तेदारों द्वारा लाया गया था। शादी धूमधाम से हुई, जिसमें स्कॉर्पियो कार और लाखों के जेवरात का दहेज दिया गया।
पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए
दिव्यांशी और आदित्य के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने मामले की जांच स्टाफ ऑफिसर अमिता सिंह को सौंपी। एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में दिव्यांशी के आरोप निराधार पाए गए हैं। दरोगा आदित्य ने दिव्यांशी के खिलाफ सैकड़ों साक्ष्य पेश किए हैं, जो उसकी ब्लैकमेलिंग गतिविधियों को उजागर करते हैं।
यह मामला रिश्तों में धोखे और अविश्वास का जटिल उदाहरण है, जिसमें हर पक्ष अपने तरीके से सही साबित होने की कोशिश कर रहा है। अब जांच के बाद ही तय होगा कि कौन सच बोल रहा है और किसे इंसाफ मिलेगा। फिलहाल, यह घटना समाज और कानून के बीच के उस संघर्ष को दिखाती है, जिसमें सच और झूठ की परख करना कभी-कभी बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है।