हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ में ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इनमें शातिर ठग तो शामिल हैं कि अब सरकारी बैंक के कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। ऐसा ही एक मामला एसबीआई यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का सामने आया है। घटना अंबिकापुर जिले की है।
SBI ब्रांच मैनेजर ने किसान क्रैडिड कार्ड से फर्जी तरीके से लोन निकाला। इसमें खास बात ये है कि आरोपी बैंक मैनेजर ने मृत व्यक्ति के नाम पर ये लोन निकाला। पुलिस ने आरोपी ब्रांच मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। उसने मृत व्यक्ति के नाम पर 2014 में लोन निकाला था। पुलिस की जांच में सामने आया कि लोन के लिए लगाए गए सभी दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार किए गए थे।
इस तरह 10 साल बाद पकड़ में आया पूरा मामला
जानकारी के अनुसार अंबिकापुर के लखनपुर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें खुटिया गांव के रहने वाले रामअवतार ने बताया था कि उनके पिता के नाम पर एसबीआई में किसान क्रेडिट कार्ड का लोन होने की बात सामने आई है।
उन्होंने बताया कि जमीन संबंधी दस्तावेज बी-वन निकालने के दौरान उन्हें यह पता चला है। इसमें बताया गया है कि उनकी पैतृक जमीन पर उनके पिता रामचरण के नाम से दो लाख 18 हजार रुपए का केसीसी लोन है। यह लोन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की लखनपुर ब्रांच में चल रहा है।
रामअवतार ने बताया कि उनके पिता की साल 2008 में ही मौत हो गई थी। इसलिए 2014 में उनके पिता के नाम से लोन कैसे निकाला जा सकता है। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर ब्रांच स्टाफ व फर्जीवाड़े में शामिल बलराम बसोर, दरोगा दास, सीताराम कंवर, नन्दलाल राजवाड़े, विजय सिंह, बृजलाल यादव को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब इस केस में ब्रांच मैनेजर देवेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
Author: samachar
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