सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया । जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में आज अगस्त माह के कर-करेत्तर, राजस्व वसूली व प्रवर्तन कार्रवाई की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में डीएम ने धीमी राजस्व वसूली पर गहरी नाराजगी व्यक्त की एवं सख्त तेवर अख्तियार करते हुए चार अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली कार्य में किसी भी तरह की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। सभी जिम्मेदार अधिकारी शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को निर्धारित समयावधि में प्राप्त करें।
जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग की समीक्षा में पाया कि अगस्त माह में 8,528 लाख रुपये के लक्ष्य के सापेक्ष 7,685 लाख रुपये के राजस्व की वसूली ही हुई है। प्रवर्तन संबधी कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं मिली। जिस पर डीएम ने चेतावनी पत्र के साथ स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया।
मंडी समिति की समीक्षा में यह तथ्य सामने आया कि 86.95 लाख रुपये के राजस्व वसूली लक्ष्य के सापेक्ष महज 60.99 लाख रुपये के राजस्व की ही वसूली हुई है, जो गत वर्ष इसी अवधि में प्राप्त राजस्व से भी कम है जिस पर डीएम ने प्रभारी मंडी सचिव से स्पष्टीकरण मांगा। इसी प्रकार विद्युत विभाग की समीक्षा में विद्युत वितरण खंड सलेमपुर द्वारा अगस्त माह के लक्ष्य 990 लाख रुपये के सापेक्ष 643 लाख रुपये की ही वसूली प्राप्त हुई जो कि कुल लक्ष्य का 64 प्रतिशत ही है जिस पर डीएम ने अधिशासी अभियंता सलेमपुर विद्युत वितरण खंड से स्पष्टीकरण तलब किया। बैठक में वन विभाग से कोई अधिकारी उपस्थित नहीं हुआ जिसपर वन विभाग के उत्तरदायी अधिकारी से स्पष्टीकरण लेने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने स्टांप व निबंधन विभाग, वाणिज्य कर विभाग, परिवहन विभाग, खनन विभाग, नहर विभाग की भी समीक्षा की। उन्होंने नगर निकायों को गृह कर वसूली का कार्य तेज करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी जेआर चौधरी, एआईजी स्टाम्प पंकज सिंह, उपायुक्त वाणिज्य कर पंकज लाल, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला, ईओ संजय तिवारी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
Author: कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24
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