सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
अयोध्या जिले में हाल ही में हुए गैंगरेप की घटना ने समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस घटना के संदर्भ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त कार्रवाई के तहत आरोपी मोईन खान की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई चल रही है।
इस बीच, बीजेपी और अन्य राजनीतिक दल सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमलावर हो गए हैं और सपा सांसद अवधेश प्रसाद के इस्तीफे की भी मांग की जा रही है।
अखिलेश यादव ने इस घटना के संदर्भ में एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराना चाहिए और यदि आरोप झूठे साबित होते हैं, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी दंडित किया जाना चाहिए। उनके इस बयान से राजनीति में हलचल मच गई है।
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट को बाद में एडिट किया है, और इसे संवेदनहीनता का प्रतीक बताया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या गैंगरेप मामले में आरोपी के खिलाफ हो रही सख्त कार्रवाई को उचित मानते हुए, सपा द्वारा डीएनए टेस्ट की मांग को तर्कसंगत नहीं बताया।बताया।
भाजपा नेता की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस ने नहीं की उचित कार्रवाई,पढिए अखिलेश की मांग…
मायावती ने सवाल किया कि सपा के शासन में कितने आरोपियों के डीएनए टेस्ट किए गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यूपी में अपराध और महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं हैं और इस संदर्भ में सख्त कदम उठाने की जरूरत है, जाति और राजनीति से ऊपर उठकर।
यह पूरी स्थिति उत्तर प्रदेश की राजनीति में गंभीर बहस का कारण बन गई है, और सभी दल अपने-अपने दृष्टिकोण से इस मामले को उठा रहे हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."