Explore

Search
Close this search box.

Search

November 25, 2024 5:41 am

लेटेस्ट न्यूज़

एक ही परिवार के 6 लोगों की निर्मम हत्या ; उलझे मामले में साले की एंट्री ने कर दिए राज फाश

18 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

सीतापुर। एक ही परिवार के छह लोगों की मौत का मामला नया मोड़ पकड़ रहा है। दिल दहला देने वाली सनसनीखेज वारदात जनपद के रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पहलापुर गांव में हुई थी, जहां एक ही परिवार के छह लोगों की दर्दनाक मौत हुई।

पुलिस के अनुसार मृतक अनुराग सिंह (45 वर्ष) ने नशे की हालत में अपने तीन बच्चे अशिमी (10 वर्ष) आशना (12 वर्ष) अभिजीत सिंह (6 वर्ष) की बारी-बारी से छत से नीचे फेंक कर हत्या की गई। इसके बाद अनुराग ने अपनी सोई हुई मां सावित्री और पत्नी प्रियंका (40 वर्ष) को भी गोली मार दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने भी खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

इस मामले में अनुराग के साले के आरोपों ने नया मोड़ दिया है। मृतक अनुराग के साले अंकित सिंह ने बड़ा खुलासा किया और पुलिस की जांच को भी सवालों के घेरे में डाल दिया है। 

अंकित सिंह का कहना है की जिस समय हत्याकांड को अंजाम दिया जा रहा था उसे समय घर में छह लोग नहीं सात लोग घर पर मौजूद थे। घटना के समय घर पर अनुराग के साथ उनका छोटा भाई अजित सिंह भी घर पर ही मौजूद था, लेकिन पुलिस ने अपने बयान में इस बात जिक्र नही अभी नही किया है।

प्रॉपर्टी विवाद में हत्या

अंकित सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए यह भी बताया है की मृतक अनुराग खरबूज और तरबूज के बहुत बड़े व्यापारी हैं। वह 100 बीघा जमीन पर खेती करते थे। अंकित के अनुसार प्रॉपर्टी विवाद के चलते पूरे परिवार की नाटकीय ढंग से निर्मम हत्या की गई। 

अंकित सिंह और अनुराग के ससुराल पक्ष का कहना है कि लगातार अनुराग लोगों को गोली मार रहे थे और बच्चों को छत से बारी-बारी से नीचे फेंक रहे थे, लेकिन पड़ोस में रहने वालों को मामले की भनक तक नहीं लगी। ऐसा कैसे हो सकता है। 

अंकित सिंह ने पुलिस की जांच पर भी कई सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, पुलिस अधीक्षक कहा कहना है कि हर पहलू पर जांच हो रही है जल्द ही मामले का खुलासा होगा।

नशे में था अनुराग

घटना के बाद गांव में सनसनी का माहौल है। ग्रामीणों के अनुसार बीती शाम को मृतक अनुराग रोजाना की तरह खेत में काम करवा रहे थे और लोगों से मिले थे। वह हल्के नशे में भी थे, लेकिन इतने नशे में भी नहीं थे कि अपने ही परिवार को मौत की नींद सुला दें। 

अनुराग के साथ काम करने वाले ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस तरह की घटना को अनुराग अंजाम नहीं दे सकते। ग्रामीणों ने बताया कि अनुराग के भाई अजीत सिंह भी कल घर पर आए थे जो पेशे से शिक्षक हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़