इरफान अली लारी की रिपोर्ट
गोरखपुर: सीएम सिटी गोरखपुर में एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ सिपाही को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि सिपाही की तरफ से शिकायतकर्ता से केस में समझौता करने के एवज में 5 हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी। पुलिस ने उक्त सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामला गुरुवार की दोपहर का है जब कुसम्ही बाजार निवासी राहुल पासवान की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने एम्स थाना अंतर्गत जगदीशपुर चौकी पर तैनात सिपाही मनीष राजभर को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। और अपने साथ कैंट थाने ले आई, जहां उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करा जांच शुरू कर दी गई है।
माडापार के कुसम्ही बाजार निवासी राहुल पासवान की तरफ से दी गई तहरीर के मुताबिक कुछ दिनों पहले ही उसकी बहन की शादी थी, जिसमें डेकोरेशन और टेंट का काम शैलेश गुप्ता नामक व्यक्ति को दिया गया था। आरोप है कि विवाह के दिन तय व्यवस्था के अनुरुप कार्य नहीं कराया गया। अव्यवस्था के कारण उसे शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी। जिसकी शिकायत राहुल ने एम्स थाने में की थी।
इस मामले की जांच जगदीशपुर चौकी को सौंपी गई थी, जहां तैनात सिपाही मनीष राजभर ने समझौता कराने की एवज में राहुल से 5 हजार रुपए घूस की डिमांड की गई थी। राहुल ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन में की थी। एंटी करप्शन की टीम द्वारा तय प्लान के अनुसार राहुल से उक्त सिपाही को एक निश्चित स्थान पर रुपए देने के लिए कहा गया था।
गुरुवार की दोपहर में 2:00 बजे के आसपास जैसे ही राहुल ने सिपाही को रुपए दिए, तुरंत एंटी करप्शन की टीम ने सिपाही को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और कैंट थाने ले आई। जहां उसके विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
कैंट प्रभारी का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है, ऊपर से जो भी निर्देश मिलेगा उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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