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21 January 2025 9:26 am

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अंधविश्वास की चरम सीमा ; बेटे की चाहत में 22 माह की बच्ची की दे दी बलि 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में बेटे की चाहत ने एक परिवार को हैवान बना दिया। तांत्रिक के कहने पर परिवार ने पड़ोसी की 22 माह की बच्ची की बलि दे दी और शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया।

हत्या के करीब डेढ़ माह बाद पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया। पूरा मामला जिले के खोडारे थाना क्षेत्र के केशव नगर ग्रंट गांव का है।

जिले के खोडारे थाना क्षेत्र के केशव नगर ग्रंट गांव के बाहर गन्ने के खेत में 22 माह की बच्ची का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। 16 सितंबर को घर से अचानक बच्ची गायब हुई और 2 दिन बाद 18 सितंबर को उसका शव सड़क के किनारे पड़ा मिला। काफी मशक्कत के बाद भी जब इस घटना के बारे में कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने सीओ क्राइम, सीओ मनकापुर, स्वाट टीम और सर्विलांस टीम को घटना के खुलासे का निर्देश दिया। जांच के दौरान पता चला कि अलगू नाम के व्यक्ति ने अपनी साली प्रियंका के कहने पर 22 महीने की मासूम बच्ची की जान ली है। इस गांव के रहने वाले तांत्रिक महंगी और उसकी पत्नी जोखना झाड़ फूंक करते है। इन लोगों ने अलगू से पड़ोसी की मासूम बच्ची की बलि देने के लिए कहा। बस फिर क्या था बेटे की चाह में अलगू पागल हो गया और मासूम का गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस ने हत्या में शामिल अलगू की साली प्रियंका उर्फ प्रीति, महंगी उसकी पत्नी जोखना और अलगू को गिरफ्तार कर लिया है और विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है। सीओ मनकापुर नवीन शुक्ला ने बताया कि तंत्र-मंत्र के चक़्कर में इन लोगों ने मासूम बच्ची की जान ली। इस मामले में आरोपितों को जेल भेजा गया है और अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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