इरफान अली लारी की रिपोर्ट
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कल देवरिया में रंजिश में हुई प्रेम यादव की हत्या और फिर उसके आदमियों द्वारा सत्य प्रकाश दूबे सहित 5 परिजनों के नरसंहार के पीड़ितों के यहां जाने का कार्यक्रम था। लखनऊ जाने के लिए जब पूर्व मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पहुंचे तो वहा खड़ी सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ बेकाबू हो गई जिससे उनका सुरक्षा घेरा बार बार टूट जा रहा था। पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर अलर्ट पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह सख्ती कर उन्हे सकुशल अंदर पहुंचाया।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव सोमवार को देवरिया पहुंचे। वह फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड में पहले सत्यप्रकाश दूबे के घर गए। इसके बाद उन्होंने घटनास्थल का भी मुआयना किया। वहां से मृतक पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव के घर गए। वहां भी शोक संतप्त परिवार से मिले एवं श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री आदि मौजूद रहे। इसके बाद अखिलेश यादव का काफिला पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव के घर पहुंचा।
फतेहपुर ग्राम पंचायत में जाने वाली हर पगडंडी पर पुलिस का पहरा है। जबकि बैरियाघाट तिराहे पर दो सीओ के साथ पांच थानेदार के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनात की गई है।बता दें कि नरसंहार के बाद फतेहपुर ग्राम पंचायत में धारा 144 लागू है और उसका सख्ती से अनुपालन पुलिस करा रही है। चार से पांच व्यक्ति को एक साथ जाने की अनुमति मिल रही है। वह भी उनका परिचय पत्र देखने के बाद ही। सपा मुखिया अखिलेश यादव के फतेहपुर दौरे को लेकर जिला प्रशासन काफी गंभीर रही।फतेहपुर में सीमित संख्या में लोगों को जाने की इजाजत मिली है, इसलिए बैरियाघाट तिराहे पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है।रविवार की शाम से ही गांव के चप्पे-चप्पे पर सख्त पहरा लगाया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
गांव में बिना पुलिस की अनुमति के एंट्री पर रोक लगाई गई है। सुरक्षा को देखते हुए गांव के हर मोड़ पर पुलिस की बैरिकेडिंग की गई है। गौरीबाजार चौराहा के पास से ही नाकाबंदी की गई है। यहां चेकिंग के बाद ही लोगों को जाने दिया जा रहा है।
Author: samachar
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