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November 23, 2024 2:46 am

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योगी आदित्यनाथ जी के नाम किसान ने लिखा सुसाइट नोट और लेट गया रेलवे लाइन पर; भावुक कर देगी ये खबर

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर। थाना चकेरी क्षेत्र के अंतर्गत एक किसान ने बीजेपी नेता पर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर सुसाइड नोट लिखकर ट्रेन के आगे लेट कर आत्महत्या कर ली। वहीं घटना की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

बताते चले कि चकरी गांव निवासी बाबू सिंह यादव (50) किसान थे। परिवार में पत्नी बिट्टन और दो बेटी रूबी और काजल है। किसान के भतीजे ने बताया कि भाजपा नेता प्रिया रंजन अंशु दिवाकर जो की मैनपुरी की कितनी विधानसभा से किशनी विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुके हैं।

प्रिया रंजन अंशु दिवाकर, बबलू यादव, राजेंद्र ने चाचा को धोखा देकर उनकी 6 बीघा जमीन की रजिस्ट्री करा ली और 7 लाख रुपए नगर दिए और बाकी 6 करोड़ रूपयो की चेक देते हुए कागजों पर साइन करवा लिया और कुछ दिनों के बाद चेक में गलती होने की बात कहते हुए बाकी रकम की चेक भी छीन ली।

इस दौरान चाचा शिकायत करने के लिए दर-दर भटकते रहे और वही सभी आरोपियों ने जमीन किसी अन्य को बेच दी। चाचा ने जब अपनी जमान पर प्लाटिंग होते देखी तो वह तनाव में आ गए ओर घर पहुंच कर रोते हुए उनके साथ ही धोखाधड़ी की सारी घटना चाचा और दोनों बच्चों को दी और कहां की सब कुछ खत्म हो गया हमारे बच्चों का क्या होगा और अब यह जिंदगी कैसे कटेगी।

यह बात कहने के बाद चाचा घर से बाहर चले गए और रात भर जब घर नहीं लौटे तो हम सभी चाचा की तलाश कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने रेलवे ट्रैक पर चाचा के शव होने की जानकारी दी।

किसान के भतीजे ने बताया कि पुलिस को चाचा के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिस पर चाचा ने मुख्यमंत्री को संबोधित सुसाइड नोट में कानून याद दिलाया है। उन्होंने लिखा, ‘आपसे मेरी शिकायत है कि आपके राज्य में आप की ही पार्टी के सदस्य आपका ही कानून तोड़ रहे हैं। आपकी केन्द्र सरकार ने लागू किया था कि कोई भी लेनदेन 20,000 से ऊपर का रजिस्ट्री से होगा।

मुझे छह करोड़ 29 लाख की फर्जी चेक देकर मेरी छह बीघा जमीन ले ली गई और बाद में जबरन चेक छीन भी ली और क्या लिखूं। लिखने को तो बहुत कुछ है। लेकिन कुछ मतलब नहीं बना। सारे फोटो फोन में हैं। आत्महत्या के जिम्मेदार प्रिय रंजन दिवाकर, बबलू यादव है। हो सके तो आप बच्चों को न्याय दिलवा दीजिएगा।

वही पूरी घटना को लेकर थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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