Explore

Search
Close this search box.

Search

23 February 2025 8:01 pm

लेटेस्ट न्यूज़

कथित प्रधान प्रतिनिधि पर लगा जान से मारने की धमकी का आरोप; मामला चर्चित है

54 पाठकों ने अब तक पढा

सुशील कुमार तिवारी की रिपोर्ट 

गोंडा। जिले के मुजहना प्रखंडांतर्गत ग्राम दुलहापुर बनकट के आनंद नगर चौराहे पर दबंगों द्वारा स्थानीय व्यक्ति को जान से मार देने की धमकी का एक मामला सामने आया है।

स्थानीय निवासी विवेक सिंह पुत्र राजदत्त सिंह ने थाना प्रभारी धानेपुर को लिखे आवेदन में कहा है कि, दिनांक 3 सितंबर 2023 की रात साढ़े नौ बजे के आसपास वो किसी काम से आनन्दनगर चौराहे से गुजर रहे थे कि अचानक दबंग प्रवृत्ति के व्यक्ति रविन्द्र प्रताप सिंह पुत्र राजबहादुर सिंह उर्फ मंटू सिंह उन्हें भद्दी गालियां देने लगे। इनके साथ राजबहादुर सिंह पुत्र फते बहादुर सिंह और अमरेंद्र बहादुर सिंह पुत्र विजय बहादुर सिंह भी थे जो गाली गलौज में मंटू सिंह का साथ दे रहे थे। 

विवेक सिंह द्वारा धानेपुर थाना को दिया गया आवेदन

रोक टोक करने पर मंटू सिंह  विवेक सिंह को जान से मार देने की धमकी देने लगे। विवेक सिंह ने पुलिस से अपने जान माल के साथ परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। आवेदन पर थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया है। खबर लिखे जाने तक निर्णयात्मक सूचना नहीं मिली है।

बताना जरूरी है कि मंटू सिंह के पिता राजबहादुर सिंह पिछले दो सत्रों से पंचायत दुलहापुर बनकट के पंचायत प्रधान की ठेकेदारी ले रखी है। ठेकेदारी और प्रधान की…जी हां हम आपको बताते है इसकी वजह

वर्तमान ग्राम पंचायत प्रधान के रूप में श्रीमती कुमारी को दुलहापुर बनकट पंचायत की जनता ने वोट देकर प्रधान के रूप में मनोनीत किया। पदभार ग्रहण करने के बाद राजबहादुर सिंह ने अपने आप को प्रधान प्रतिनिधि घोषित कर दिया और तब से लेकर अब तक हालत यह हो गई है कि प्रधान के रुप में लोग भी राजबहादुर को ही प्रधान बुलाने लगे हैं। यहां तक कि वर्तमान प्रधान भी राजबहादुर को प्रधान के नाम से ही संबोधित करती हैं।

पंचायत ने जितना दुख और कष्ट भोगा उससे कहीं अधिक राजबहादुर सिंह की निजी जिन्दगी में आश्चर्यचकित कर देने वाली तरक्की और विकास हुआ। अधिकारियों से प्रधान की हैसियत से मिलना, प्रशासनिक वार्ताओं में भाग लेना और हद तो ये है कि सरकारी पैसों के लेन देन में भी इनकी भूमिका हुआ करती है। पंचायत में इस प्रकार की तानाशाही निश्चित रूप से किसी न किसी सरकारी अधिकारी की संलिप्तता की ओर जरूर इशारा करती है।

बहरहाल इन दिनों पंचायत में लाखों रुपए दो साल पहले निकासी किए जाने वाले मामले को लेकर उच्चाधिकारियों तक की निगाह इस पंचायत की ओर है और उस पर यह धमकी का मामला, दोनों मिलकर क्या रंग लाती है? प्रशासन अपनी स्वच्छता को इस पंचायत में व्याप्त घोर भ्रष्टाचार को उजागर कर कितना साबित कर पाती है यह तो आने वाला कल ही बताएगा लेकिन योगी राज में श्रीमती नेहा शर्मा जैसी सुयोग्य और कर्मठ जिलाधिकारी पाकर जिले से भ्रष्टाचार उन्मूलन की पूरी उम्मीद लगा रखी है यहां की आम जनता। प्रदर्शित चित्र में थाने की मार्गदर्शिका के साथ प्रमुख आरोपी रविन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मंटू सिंह एवं आवेदक विवेक सिंह 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़