दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुरः हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है। यहां दस साल के बच्चे ने तीन साल की बच्ची से रेप की कोशिश का शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। नाबालिग जब दुष्कर्म करने में असफल हो गया, तो उसने बच्ची को फर्श में पटक दिया। चार घंटे तक बच्ची औंधे मुंह गड्ढे में पड़ी रही, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। पीड़िता का बीते 6 दिनों से हैलट के बालरोग विभाग में इलाज चल रहा था। शनिवार को बच्ची जिंदगी की जंग हार गई। बच्ची की मौत से परिजन बेहाल हैं।
चकेरी थाना क्षेत्र में रहने वाले दलित मजदूर की तीन साल की बेटी के साथ दस साल के बच्चे ने खाली प्लॉट में सोमवार को दुष्कर्म का प्रयास किया था। इसके बाद से पीड़ित बच्ची हैलट के बालरोग विभाग में भर्ती थी। घटना के बाद से बच्ची को होश नहीं आया था। बच्ची को पीडियाट्रिक आईसीयू में रखा था। बच्ची को झटके आने की वजह से उसका सीटी स्कैन कराया गया था, लेकिन बच्ची की हालत में सुधार नहीं हो रहा था।
साइकिल से आया था आरोपी नाबालिग
घटना के दिन नाबालिग साइकिल से आया था। घर के बाहर खेल रही बच्ची को घुमाने के बहाने ले गया था। उसने कब्रिस्तान के बगल में खाली पड़े प्लॉट पर ले गया था। आरोपी बच्ची के साथ अश्लील हरकत कर रहा था। प्लाट के पास से गुजर रही महिला ने उसे देख लिया। जब महिला ने उसे टोका तो वो दहशत में आ गया। उसने बच्ची को प्लाट पास गड्डे में फेंककर साइकिल लेकर भाग गया था।
6 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही
मासूम बच्ची दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक औंधे मुंह गड्डे पर ही पड़ी रही। आरोपी बच्चे की निशानदेही पर पुलिस ने बच्ची को बरामद किया था। बच्ची को गंभीर हालत में परिजन कांशीराम ट्रामा सेंटर ले गए। जहां से डॉक्टरों ने उसे हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। मासूम का बीते 6 दिनों से हैलट अस्पताल में इलाज चल रहा था। बच्ची की हालत में किसी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा था।
पूछताछ में बच्चे ने किया चौंकाने वाला खुलासा
आरोपी बच्चे के पिता फेरी लगाते हैं, मां दूसरों के घरों में काम करती है। परिवार में छह बच्चे हैं, जिसमें से बच्ची के साथ गलत हरकत करने वाला दूसरे नंबर का है। आरोपी बच्चे ने पुलिस को बताया कि क्षेत्र का एक युवक उसके साथ गलत हरकत करता है। इसी वजह से वो मासूम बच्ची को अपने साथ ले गया था। पुलिस ने आरोपी बच्चे को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश था। जहां से उसे संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."