राकेश तिवारी की रिपोर्ट
गोरखपुरः एक वक्त ऐसा भी था जब गोरखपुर की पहचान माफियाओं और गुंडों की वजह से थी, जिसमें पुरुष वर्ग का वर्चस्व स्थापित था। बाद में जयराम की इस काली दुनिया में कुछ लेडी डॉन भी शामिल हो गईं, जिनका वर्चस्व अब तक चल रहा है। हालांकि प्रदेश सरकार के निर्देश पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इन पेशेवर अपराधियों के खिलाफ नकेल कसी है लेकिन अभी भी इनकी सक्रियता पूरी तरह खत्म नहीं हुई। गोरखपुर पुलिस फिर से इन लेडी डॉन की कुंडली खंगालने की तैयारी में है।
माफियाओं की लिस्ट में 10 लेडी डॉन के नाम शामिल
उत्तर प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र खासकर गोरखपुर 70 से 90 के दशक में गुंडों और माफियाओं के साथ गैंगवार के लिए जाना जाता था। धीरे-धीरे वक्त ने करवट ली और प्रदेश मे कल्याण सिंह की सरकार ने माफियाओं पर नकेल कसने का काम शुरू किया। बीच के दौर में बसपा और समाजवादी पार्टी की सरकारों के समय इन माफियाओं ने फिर से पांव पसारना शुरू किया लेकिन पिछले 7 साल से प्रदेश में जब से सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार है दोबारा इन माफियाओं पर नकेल कसना और उन्हें मिट्टी में मिलाने का काम शुरू हो गया है।
योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की पुलिस ने जहां अपराधियों पर लगाम कसने में सफलता हासिल की है, वहीं गोरखपुर की पुलिस ने माफियाओं की लिस्ट जारी करते हुए उनकी अरबों की संपत्ति को जब्त करते हुए गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की है। इस दौरान गोरखपुर में पुरुष अपराधियों के अलावा 10 लेडी अपराधी जिन्हें लेडी डॉन भी कहा जाता है उन पर भी नकेल कसने का काम शुरू किया है। जून 2022 के बाद से लिस्टेड की गई इन लेडी डॉनो के खिलाफ पुलिस ने कई बड़ी कार्रवाई की जिसके तहत इनकी करोड़ों की अवैध संपत्ति को जब्त किया और गैंगस्टर के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा है।
बावजूद इसके इन अपराधियों की सक्रियता अभी भी जारी है। जिसको देखते हुए गोरखपुर पुलिस ने फिर से इन लेडी डॉन के खिलाफ अभियान शुरू करने का मन बनाया है। जिनमें प्रमुख नाम किशन कुमारी और पंडिताइन का है जिसका रसूख इतना था कि वह अपने दम पर कई पुलिसवालों के ट्रांसफर भी करा देती थी।
क्या कहना है एसपी सिटी का
इस बारे में जानकारी देते हुए एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गोरखपुर जिले की टॉप टेन लेडी डॉन के खिलाफ पुलिस ने पूर्व में भी कार्रवाई की गई थी, लेकिन अब फिर से इनकी कुंडली खंगाली जा रही है, क्योंकि इनमें से कई अभी भी सक्रिय हैं, इन के निर्देश पर गुर्गे अभी भी काम कर रहे हैं। ऐसे किसी भी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसपी सिटी ने बताया कि पिछले अक्टूबर माह में अवैध मादक पदार्थों का धंधा करने वाली किशुन कुमारी उर्फ पंडिताइन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसकी ₹13 करोड़ की प्रॉपर्टी को जब्त कर उसे जेल भेजा था।
बावजूद इसके वह अभी भी अपने साथियों के साथ सक्रिय है और मादक पदार्थों के धंधे के अलावा अन्य अवैध धंधों में भी संलिप्तता की जानकारी हुई है। इस कड़ी में कई और नाम भी हैं जिनमें प्रमुख रूप से गीता तिवारी, रिंकू गोस्वामी, अहमदुन निशा,आरती देवी, कलमी,रिंकू,उर्मिला देवी,मंजू निषाद इन लेडी डॉन में से कोई नशे का कारोबार करता है, तो कोई हथियार सप्लाई का किसी ने पुलिस पर हमला कर रखा है, तो कोई चोरी और स्मगलिंग के कारोबार में लिप्त है।
प्रदेश सरकार और गोरखपुर पुलिस अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने की कड़ी में किसी प्रकार की कोताही बरतना नहीं चाहती हमारे लिए अपराध और अपराधी की कोई जगह नहीं है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."