इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया। जिले के बनकटा ब्लॉक में तैनात और कई ग्राम पंचायतों का काम देख रहे ग्राम पंचायत अधिकारी को सरकारी धन के बंदरबांट के आरोप में जिलाधिकारी के आदेश पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने निलंबित कर दिया है।
जिले के आखिरी पूर्वी छोर पर स्थित है बनकटा ब्लॉक। विकास कार्यों को सुचारू रूप से कराने और उसकी निगरानी के लिए आरकेश यादव को यहां के कई गावों में ग्राम पंचायत अधिकारी की जिम्मेदारी मिली हुई। ब्लॉक के ही गांव पिपरा उत्तर पट्टी निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य ओम हरि कुशवाहा ने आरटीआई के माध्यम से गांव में हुए विकास कार्यों का ब्योरा मांगा था।
मिली सूचना में कई ऐसे कार्य थे जो धरातल पर हुए ही नहीं थे। इसकी शिकायत ओम हरि ने वर्ष 2022 में ही जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह से की थी। जिलाधिकारी ने अनियमितता की जांच के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के जेई को जांच के लिए नामित किया था। जांच दल के सदस्यों ने 10 नवंबर 2022 को जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित की। इसमें इंटर लॉकिंग और शौचालय निर्माण में 13 लाख रुपए की सरकारी रकम के बंदरबांट की पुष्टि हुई।
जिला पंचायत राज अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि जांच में ग्राम पंचायत अधिकारी आरकेश कुमार यादव की ओर से विकास कार्यों में अनियमितता किए जाने की पुष्टि होने पर जिलाधिकारी के आदेश पर निलम्बित किया गया है। सरकारी धन के बंदरबांट की पुष्टि होने पर जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने ग्राम पंचायत अधिकारी को निलम्बित करने का आदेश दिया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."