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9 April 2025 6:13 pm

अवैध हुक्का बार्स ; तेरा प्यार प्यार…ये हुक्का बार आपके खानदान को मिटा देगी.. यकीन नहीं हो रहा है तो इस खबर को जरूर पढ़ें

76 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों को अपनी असल जिंदगी में कॉपी करना युवाओं के लिए आम है। वो ये समझ पाते कि जो फिल्मों में दिखाया जाता है वो महज एक्टिंग होती है। फिल्मों की चकाचौंध से युवा इतना प्रभावित हो जाते हैं कि उसे अपनी असल जिंदगी में भी पूरा करने लगते हैं। ये खबर आंख खोलने वाली है। ये खबर उन माता-पिता के लिए है जिनके बच्चे स्कूल कॉलेज जाते हैं। लेट नाइट क्लास के बहाने, या फिर दोस्तों के घर जाने के बहाने ये बच्चे नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं और माता-पिता अंजान हैं।

देशभर में चल रहे हैं अवैध हुक्का बार

देश भर में सैकड़ों अवैध हुक्का बार्स चलाए जा रहे हैं। दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीगढ़ समेत कई और राज्यों में पुलिस ने ऐसे ही कई हुक्का बार्स पर छापा मारा है। पुलिस ने प्रहार ऑपरेशन के तहत हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकुला में 201 हुक्का बार पर छापा मारा। इसके तहत 82 हुक्के, 331 पैकेट फ्लेवर, 7 कोल कैंस, 23 चिल्म, 13 पाइप, 3 टीवजर्सज, 2 हीटर, 4 ब्लैंक फ्लेवर, 3 कोल पैकेट, 10 टयूब और गांजा पत्ती बरामद की गई।

लड़के-लड़कियां नशे की गिरफ्त में

मध्यप्रदेश के भोपाल में भी ऐसी ही छापेमारी हुई जहां दस से ज्यादा रेस्टोरेंट में अवैध रूप से हुक्का परोसा जा रहा था। छत्तीगढ़ के दुर्ग में दो दिन पहले छापेमारी हुई जहां अवैध नशा हो रहा था और युवाओं को हुक्का परोसा जा रहा था। यहां से 12 लड़के-लड़कियों को गिफ्तार किया गया है।

पैसे के लिए युवाओं को लगाई जा रही नशे की लत

दरअसल युवाओं को नशे का इस कदर शौक होता है कि वो होटल में जाकर नशे के लिए कितनी भी कीमत देने को तैयार हो जाते हैं। रेस्टोरेंट मालिकों को लगता है कि होटल में हुक्का बार चलाने से उनकी कमाई कई गुना बढ़ जाती है। स्कूल-कॉलेज के ये बच्चे ऐसे रेस्टोरेंट्स के रेगुलर कस्टमर बन जाते हैं। यहां तक की वो अपने पढ़ाई का पैसा भी इन हुक्का बार्स में उड़ाने लगते हैं, लेकिन कमाई के लालच में इन रेस्टोरेंट मालिकों को इस बात कोई लेना-देना नहीं होता।

फिल्मी अंदाज में होती है हुक्का पार्टी

जिन रेस्टोरेंट में रेड डाली गई ये ज्यादातर फैमिली रेस्टोरेंट के नाम से चल रहे थे, लेकिन छुपकर इनमें हुक्का परोसा जा रहा था। दोपहर, शाम, रात हर समय यहां अवैध तरीके से हुक्का पिलाने की व्यवस्था होती है। स्कूल, कॉलेज के बच्चों को लगता है कि ये जगह उनके के लिए सबसे बेहतर है। वो फिल्मी अंदाज में यहां आकर नशा करते हैं। शुरू-शुरू में ये सब शौक में होता है, लेकिन धीरे-धीरे वो इस नशे की लत में घिरते चले जाते हैं। परिवारवालों को जबतक पता चलता है तब तक काफी देर हो जाती है। हर राज्य की पुलिस अक्सर इस तरह की रेड करती रहती है, लेकिन थोड़े समय बाद ये रेस्टोरेंट और पार्लर्स फिर इस धंधे को शुरू कर देते हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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