अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव की आरक्षण सूची जारी होने के बाद आपत्तियां आनी शुरू हो गई हैं। वहीं, दूसरी ओर उमेश पाल हत्याकांड के बाद अब उनकी पत्नी जया पाल को प्रयागराज से मेयर प्रत्याशी बनाए जाने की मांग उठने लगी है। टिकट दिए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर आवाज उठने लगी है। उमेश पाल की पत्नी जया पाल के समर्थन में पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
उमेश पाल हत्याकांड की गूंज पूरे देश में रही है। वहीं, उमेश पाल बीजेपी से भी जुड़े रहे थे। साथ ही उमेश पाल कई सालों से विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए काम करते रहे थे। उमेश पाल की पकड़ उनके समाज और संगठन में लगातार बढ़ती रही थी। बीजेपी पिछड़ी जातियों को साधने के लिए उनकी पत्नी जया पाल पर प्रयागराज से दांव लगा सकती है।
उमेश पाल के परिवार ने सक्रिय राजनीति में आने के भी संकेत दे दिए हैं।
वहीं, पिछड़ी जातियों के मतदाताओं का भरोसा जीतने के लिए बीजेपी जया पाल पर अपना दांव लगा सकती है। इससे न सिर्फ बीजेपी को पिछड़ी जाति के वोट मिलेंगे, बल्कि उमेश पाल हत्याकांड की सहानुभूति भी बीजेपी को मिल जाएगी।
Author: samachar
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