Explore

Search
Close this search box.

Search

9 April 2025 11:29 pm

कहां हैं इनके माता पिता ? मेट्रो में लड़कियों का कारनामा देख पब्लिक ने  पकड़ लिया माथा! वीडियो ? देखिए

108 पाठकों ने अब तक पढा

सीता देवी की रिपोर्ट 

मेट्रो में खाना-पीना मना है। फर्श और आरक्षित सीटों पर बैठना मना है। इसी तरह से कई नियम हैं जो DMRC ने यात्रियों के लिए बनाए हैं। लेकिन भैया… हम सब जानते हैं कि कितने लोग इन नियमों का ईमानदारी से पालन करते हैं। इस इंस्टाग्राम रील्स और शॉर्ट वीडियो के जमाने में मेट्रो नौजवानों (इन्फ्लुएंसर/ कॉन्टेंट क्रिएटर्स) की पसंदीदा जगह बन चुकी है। कोई मंजुलिका बनकर मेट्रो में वीडियो बनाता है, तो कोई बनियान और तौलिया लपेटकर ही मेट्रो में सफर करने निकल पड़ता है। लेटेस्ट वीडियो में एक युवती मेट्रो के भीड़ वाले कोच में डांस करते हुए अपना वीडियो बनवाती नजर आ रही है। यह देखकर जहां कुछ यात्री हीहीही… कर रहते दिख रहे हैं, तो कुछ वीडियो बनाते। और हां, सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद कुछ यूजर्स ने सलाह दे दी कि इनके लिए एक अलग कोच बनाया जाए।

 

यह वीडियो मात्र 19 सेकंड का है, जिसमें हम देख सकते हैं कि मेट्रो यात्रियों से भरी है। सारी सीट फुल हैं। ऐसे में बहुत से यात्री खड़े होकर सफर कर रहे हैं। उनके बीच दो लड़कियां मौजूद हैं। उनमें से एक तो अचानक से नाचने लगती है जबकि दूसरी लड़की उसका वीडियो बनाती नजर आती है। हालांकि, इस पूरे दृश्य को मेट्रो के यात्री चुपचाप बैठकर देख रहे होते हैं, तो कुछ लड़कियों का वीडियो लगते हैं। लोगों का दावा है कि उन्होंने ‘इंस्टाग्राम रील’ के लिए यह कारनामा किया है। वैसे यह पहली बार नहीं है जब मेट्रो से इस तरह का वीडियो सामने आया हो। ऐसा कई बार हो चुका है कि जब नौजवान वायरल कॉन्टेंट के चक्कर में मेट्रो में अजबगजब कारनामो को अजाम देते हैं।

भरी मेट्रो में लड़की के डांस करने का यह वीडियो ट्विटर पर मनोज डीपी सिंह (@MajDPSingh) ने पोस्ट किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा- ये क्या है? इसके बाद तमाम यूजर्स ने इस पर प्रतिक्रिया दी। कुछ ने लिखा कि यह मानसिक दीवालियापन है, तो एक जनाब ने कहा कि यह मुर्खों की जमात है सर! वहीं एक यूजर ने सलाह दे दी कि ऐसे लोगों के लिए अलग मेट्रो में अलग कोच होना चाहिए। जबकि अन्य ने लिखा कि देश की बेरोजगारी का मंजर है मेजर साहब!

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

1

'समाचार दर्पण' टीम से बात करें