रामबालक यादव की रिपोर्ट
लखनऊ। सरकारी खाद्यान्न वितरण में भ्रष्टाचार के चलते विगत तीन महीने से गरीबों को नहीं मिल रहा राशन। सरकारी खाद्यान्न वितरण न होने पर ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है।
मामला सरोजिनी नगर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत नूर नगर भदरसा मंजरा सरैया गांव का है। गांव की गरीब परिवारों की महिलाओं ने आरोप लगाते हुए पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि सुशीला कोटेदार का नशेड़ी बेटा शराब के नशे में अंगूठा लगवा लेने के बाद राशन नहीं देता जबकि महीने में दो बार राशन सरकार दे रहीं हैं लेकिन कोटेदार अभद्र भाषा का प्रयोग करता है। जब कोई व्यक्ति विरोध करता है तो धक्का देकर भद्दी भद्दी गालियां देता।
यही हाल ग्राम प्रधान संजय यादव का सुनने को मिला। सरकारी योजनाओं के धन का बंदरबांट किस तरह चल रहा है यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है। जनता के नाम सरकार करोड़ों रुपए की गांव वालों को सरकारी योजनाओं के माध्यम से सुबिधा पहुंचाना चाहतीं हैं लेकिन शासन प्रशासन में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से आज गांव की जनता को 5 किलो अनाज देकर सरकार यहशान जता रही है। वहीं राशन अक्टूबर नौमबर दिसम्बर 2022 का खाद्यान्न नहीं बांटा गया अब 2023 के 5 जनवरी को कोटे पर ग्रामीणों को राशन वितरण किया जाएगा।
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जब सप्लाई इंस्पेक्टर से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा पिछली साल 2022 तीन महीने का राशन 2023 में जनवरी से राशन बंटेगा। अब सोचने वाली बात है कि हर महीने दो बार राशन मिलने वाला राशन कैसे 6 महीने का राशन वितरण किया जाएगा? यह समझने वाली बात है अधिकारी किस प्रकार जनता को बेबकूफ बनाते हैं।
इसी तरह सरकारी आंगनबाड़ी केंद्र की हालत देखिए यह विकास खंड सरोजिनी नगर का भवन हैं। जब राजधानी लखनऊ इतना सुन्दर अधिकारी विकास कर रहे हों तो उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों की क्या बात?
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."