दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जिले के फरीदपुर कस्बे में महिला गुड्डी की उसके पति रफीक ने बेरहमी से हत्या कर दी। बता दें कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पति ने पत्नी की गंडासे से गला काटकर हत्या की है। आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी के किसी के साथ अवैध संबंध हैं और वह फोन पर उससे बात करती है। मोहल्ला परा भूरे खां की गौंटिया के रहने वाले रफीक ने मंगलवार को ही पत्नी गुड्डी को मारने की योजना बना ली थी। जिसके बाद वह हत्या करने के लिए बाजार से गंडासा खरीद कर लाया था। जब रात में बच्चे और पत्नी सो गए। तब आरोपी ने गर्दन पर गंडासे से वार कर पत्नी की हत्या कर दी।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
पहले वार के बाद पीड़ित उठकर भागने लगी तो रफीन ने दोबारा उसके गले पर वार किया। जिस पर वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ी औऱ उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपी ने गंडासे को साबुन से धोकर रख दिया। जब मोहल्ले वालों को मामले की जानकारी हुई तो पुलिस को मामले की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की पूछताछ शुरू की। आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा कि उसकी पत्नी की किसी युवक के साथ प्रेम-संबंध होने के शक में हत्या की है। वहीं पुलिस ने हत्या में उपयोग किए जाने वाले गंडासे को भी बरामद कर लिया है। आरोपी ने बताया कि उसने 120 रुपए में गंडासा खरीदा था। जिसके बाद उसने घर में बैठकर पत्थर से उस पर धार लगाई।
17 साल पहले हुई थी शादी
इस पर पत्नी और बच्चों ने उससे पूछा भी वह इसका क्या करेगा? जिस पर रफीक ने कहा कि वह गंडासा लकड़ी काटने के लिए लाया है। रात में खाना खाकर जब सब सोने चले गए तो रफीक ने दो बच्चों को अपने पास और चार बच्चों को दूसरे कमरे में सुला दिया। सबके सोने के बाद रफीक ने गुड्डी पर गंडासे से ताबड़तोड़ वार करना शुरूकर दिया। मां की चीख सुनकर बच्चे भी उठ गए। इस दौरान बच्चों ने मां को खून से लथपथ जमीन पर पड़े देखा। वहीं पत्नी के दम तोड़ते ही आरोपी शांत होकर बैठ गया। बताया जा रहा है कि करीब 17 साल पहले रफीक की गुड्डी से शादी हुई थी। रफीक मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करता था। उसे पिछले एक साल से पत्नी पर शक था। जिस वजह से वह अक्सर गुड्डी को प्रताड़ित करता था। दंपित के 6 बच्चे हैं। वहीं पिता के जेल जाने और मां की हत्या के बाद बच्चे बेसहारा हो गए हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."