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November 1, 2024 11:49 pm

अनुसूचित जाति, जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ के तत्वावधान में बैठक हुई 

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सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट 

जोधपुर। अनुसूचित जाति, जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ के तत्वावधान में बाबु लक्ष्मण सिंह गहलोत सभागार, जोधपुर में मीटिंग का आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमें दिनांक 06.11.2022, रविवार, प्रातः 10 बजे स्थान डॉ . एस.एन. मेडिकल कॉलेज सभागार, जोधपुर में डाॅ. उदित राज, राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद, मुख्य अतिथि, डॉ . ओम सुधाजी, राष्ट्रीय महासचिव, विशिष्ट अतिथि एवं मान्यवर केलाशचन्द्र मीणा, सम्भागीय आयुक्त, जोधपुर अध्यक्षता के प्रस्तावित एक दिवसीय विशाल राज्य स्तरीय महासम्मेलन की तैयारी हेतु विभिन्न कमेटियां गठित कर जिम्मेदारी सौंपी गई।

प्रखर अम्बेडकरवादी संतोष कुमार बडारिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चम्पा लाल नवल, सचिव, प्रशासन, दिनेश सिंगाड़िया, सचिव, सम्पर्क, महेश बंशीवाल, सचिव, समन्वय, दिनेश कुमार आऊ,संगठन सचिव, रुपाराम भील बालेसर, संगठन सचिव, सोहनलाल भील पीलवा, संगठन सचिव, हुकमाराम जाटोलिया, ओसियां, संगठन सचिव, मनीष कंवरिया, तिंवरी, संगठन सचिव, राजेन्द्र मरवण, बावड़ी, संगठन सचिव, रेशमाराम, देचु, संगठन सचिव, मुन्नाराम सेवाल, लुणी, संगठन सचिव, जिला कमेटी, जोधपुर को मनोनयन कर नियुक्ति पत्र दिया गया तथा पद के गोपनीयता और गरिमा हेतु शपथ दिलाई गई। इनकी संगठन के प्रति निष्ठा, समर्पण और सक्रियता को देखते हुए जिम्मेदारी दी गई है।

सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को माल्यार्पण एवं मीठा मुंह कराकर अभिनंदन किया गया। सभी ने महासम्मेलन को पूर्ण सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर प्रचार प्रसार हेतु प्रतिबद्धता जताई।

इस अवसर पर महेंद्र नागोरी, प्रदेश महासचिव, वल्लभ लखेश्री, जिलाध्यक्ष, चम्पा लाल घारु, सम्भाग प्रभारी, जगदीश मालवीय, संरक्षक, नेमीचंद आर्य, सहसंयोजक, ओमप्रकाश मेघवाल पूंजला, छंवरलाल सांगेला, गुलशन जावा, प्रतीक लखेश्री, मुकेश सर्वटे, संतोष बडारिया, आकाश जावा, दाऊलाल नायक, चम्पा लाल नवल, दिनेश सिंगाड़िया, महेश बंशीवाल, मुन्नाराम सेवाल ने अपना उद्बोधन देते हुए गरिमामय उपस्थिति दी ।

सभा का सफल संचालन महेंद्र नागोरी, वल्लभ लखेश्री ने किया एवं चम्पा लाल घारु ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया ।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."