कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। मोहनलालगंज के गौरा में बीती रात बर्थडे पार्टी में खाना खाने से दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए। उल्टी दस्त और बुखार की शिकायत के बाद उन्हें सीएचसी में भर्ती कराना पड़ा। बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने की सूचना के बाद सीएमओ अस्पताल पहुंचे और बीमारों का हाल जाना। सीएमओ ने डॉक्टरों की एक टीम को मौके पर बुलाया।
गौरा गांव में सोमवार को सनी के एक वर्षीय बेटे केसु का जन्मदिन था। बर्थडे पार्टी में गांव व रिश्तेदारी के लोग एकत्रित थे। हलवाई ने खाने में छोला चावल बनाया था। देर शाम आठ बजे केक कटने के बाद लोग खाना खाकर अपने घर चले गए। देर रात से ही कुछ लोगों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायतें की।
आशा ने दी बीमारी की सूचना
मंगलवार को सुबह गौरा की एक आशा बहु ने लोगो के बीमार होने की सूचना दी। जिसके बाद अस्पताल से एक टीम गांव इलाज करने पहुंची, लेकिन बच्चों की तबियत अधिक खराब होने के चलते अधीक्षक को इसकी सूचना दी। मौके पर अधीक्षक अशोक कुमार ने बीमारों की हालत देख दो एम्बुलेस से मरीजों को अस्पताल पहुंचाया।
कम पड़ गए बेड
बीमारों को भर्ती करने के लिए अस्पताल में बेड कम पड़ गए। एक-एक बेड पर दो-दो बीमारों को लिटाकर उनका इलाज करना पड़ा। डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड में भी बीमारों को भर्ती करना पड़ा। इसके बाद दूसरी मंजिल पर बने महिला वार्ड में बच्चों को भर्ती किया गया।
नहीं मिला कंबल, ठंडाते रहे बच्चे
अस्पताल में भर्ती बच्चे बुखार की शिकायत कर रहे थे उन्होंने ठंडी लगने की शिकायत की, लेकिन उन्हें काफी देर तक कंबल नहीं मिला। इस दौरान एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्या के पहुंचने पर अधिकारियों ने आनन फानन में कंबल की व्यवस्था की।
स्कूल में बीमार हुआ पहुंचा अस्पताल
सुबह आर्यन गांव में ही स्थित अपने स्कूल गया था, वहां स्कूल में उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद स्कूल से उनके परिजनों को फोन गया। स्वजन स्कूल पहुंचे और बीमार आर्यन को अस्पताल पहुंचाया।
जिस घर में दावत वहां भी सब बीमार
जगन्नाथ के घर में उनके पोते की बर्थडे के बाद जगन्नाथ भी बीमार हो गए। बताया जाता है कि अस्पताल से दवा लेने के बाद वह वापस घर चले गए जबकि सनी और उनकी पत्नी नेहा भी बीमार हो गईं।
तालाब में मिली गंदगी
अस्पताल में निरीक्षण के बाद सीएमओ गौरा गांव पहुंचे इस दौरान वहां तालाब में गन्दगी मिलने पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि जैसे ही गांव में बीमारी की सूचना फैली इसके बाद आनन फानन में नगर पंचायत की टीम गांव पहुंच गई और साफ सफाई शुरू कर दी गई।
अधीक्षक को लगी फटकार
निरीक्षण के दौरान एक बेड पर दो बच्चों को लिटाए जाने को देखकर सीएमओ नाराज हो गए और अधीक्षक अशोक कुमार को फटकार लगाते हुए बच्चों को जल्द वार्ड में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके बाद बीएमसी बिल्डिंग के वार्ड खोलकर उन्हे भर्ती किया गया।
यह लोग हुए बीमार
संदीप 7 वर्ष, बृजेश 15, आर्यन 13, आलोक 14, शान 26, रूबी 25, ममता 28, सरस्वती 50, पलक 12, लकी 11, अमन 13, आकाश 12, रचित 8, विस्सू 7, राहुल 10, अमित 32, शिल्पा 12, सावित्री 19, तन्नू 10, नेहा 9, राणा 9, अतुल 10, रवि 10, कुमकुम 12, माया 12, मानसी 10, सरिता 18 सहित अन्य को अस्पताल लाया गया।
Author: samachar
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