कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। गाजीपुर थाना क्षेत्र स्थित इंदिरानगर सेक्टर 18 स्थित पूर्व आईजी डीसी पांडेय के घर में शनिवार देर रात आग लग गई। जिसमें पूरा परिवार फंस गया। पुलिस और दमकल कर्मियों ने डीसी पांडेय और उनकी पत्नी व बेटे को आग पर काबू पाकर घर से बाहर निकाला। घर में धुआं भर जाने से सबकी हालत बिगड़ गई। इसके चलते सभी को लोहिया अस्पताल ले जाया गया। जहां डीसी पांडेय को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं पत्नी और बेटे की हालत को खतरे से बाहर बताया।
गाजीपुर इंस्पेक्टर मनोज मिश्र ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही दमकल और पुलिस मौके पर पहुंच गई। पहली मंजिल पर परिवार के आग में फस गया था। दमकल कर्मियों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया, लेकिन घर में धुआं भरने से राहत कार्य में दिक्कत आ रही थी। दमकल कर्मियों की मदद से पूर्व आईजी डीसी पांडेय, उनकी पत्नी अरुणा और बेटे शंशाक को बाहर निकाला गया। धुआं से तीनों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई थी। इसके चलते तीनों को लोहिया अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर ने पूर्व आईजी डीसी पांडेय को मृत घोषित कर दिया। वहीं उनकी पत्नी और बेटे का इमरजेंसी में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक आग से दम घुटने से डीसी पांडेय की मौत हुई है। वहीं अन्य लोगों की तबियत बिगड़ी है। दोनों का इलाज किया जा रहा है। हालत खतरे के बाहर है।
आईजी ने आग बुझाने की कोशिश, पड़ोसियों ने दी पुलिस को सूचना
पूर्व आईजी डीसी पांडेय ने घर में आग लगने पर पहले खुद आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन असफल होने पर शोर मचाया। इसी दौरान घर से धुआं और आग की लपटे देख पड़ोसियों ने दमकल और पुलिस को सूचना दे दी। इसी बीच आग ने विकराल रूप ले लिया और पूरा घर लपटों से घिर गया।
घर में धुआं भरने से पूरा परिवार हुआ अचेत, पुलिस ने निकाला
पूर्व आईजी के घर आग की सूचना मिलते ही गाजीपुर इंस्पेक्टर मनोज मिश्र और इंदिरानगर एफएसओ अजय सिंह तीन दमकल की गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे।
दमकल कर्मियों ने बिजली की लाइन कटवाने के साथ ही आग पर काबू पाने के लिए पानी छोड़ना शुरू कर दिया। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इसी बीच पूरे घर में धुआं भर गया।
जब दमकल और पुलिस कर्मी घर में घुसे तो धुआं के चलते सांस लेने और देखने में दिक्कत हो रही थी। इसके लिए दमकल कर्मियों को ब्रीदिंग ऑपरेट सेट पहनना पड़ा।
घर की पहली मंजिल पर परिवार के फंसे होने पर तलाशी अभियान चलाया गया। जहां तीनों लोग बेहोशी की हालत में मिले।
पुलिस कर्मी हाथों का स्ट्रैचर बना तीनों को नीचे लाए
दमकल कर्मियों ने ड्रैगन टार्च जलाकर घर की पहली मंजिल पर पहुंचे। जहां दरवाजा के पास ही पूर्व आईजी डीसी पांडेय अचेत अवस्था में पड़े थे।
वहीं उनकी पत्नी अरुणा और बेटा शशांक कुछ दूरी पर बेसुध पड़े थे। तीनों को पुलिस कर्मियों ने हाथों का स्ट्रैचर बनाकर नीचे लाए। फिर सभी को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
आग से इलाके में हड़कंप, घर के बाहर जानने वालों का तांता
पूर्व आईजी के घर से आग की लपटें और चीखपुकार सुनकर इलाके में हड़कंप मच गया। लोग घरों से बाहर निकल आए। इसीबीच उनकी मौत की सूचना मिलते ही आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने घटना के विषय में जानकारी ली।
आग लगने के कारणों का नहीं लग सका पता
एफएसओ अजय सिंह के मुताबिक आग लगने के सही कारणों का पता जांच के बाद ही लग सकेगा। प्रारंभिक जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है।
घटना स्थल की विस्तृत जांच के बाद आग के लगने के सही कारणों की जानकारी दी जाएगी।

Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."