सन्तोष सोनी की रिपोर्ट
करतल। कस्बा करतल में विगत दिनों चल रहे “नवरात्रि” के पावन पर्व पर स्थानीय भक्तों द्वारा “माँ दुर्गा” के अनेकों स्वरूपों से सुसज्जित अलग अलग स्थानों में रखी गयी ।
अत्यन्त मनोरम तीन-तीन झांकियों का अद्भुत प्रदर्शन कर सभी ने श्रद्धालुओं का मन मोह लेने के साथ साथ दसवीं को “रावण संहार” के बाद दशहरे का त्यौहार खत्म होते ही आज एकादशी के पावन पर्व पर कस्बे में अलग अलग युवाओं द्वारा तैयार तीनों कमेटियों ने अलग अलग स्थानों पर रखी गयी तीनों प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु एकसाथ सीमावर्ती नदी ले जाने हेतु एकता बनाते हुये माँ दुर्गा की अनुपम छटा के “दर्शनार्थ” समूचे कस्बे में ट्रेक्टर के माध्यम से सभी “झांकियों” को निकाला। झांकियों में गाजे बाजे एवं डीजे के साथ भक्तिरस से सराबोर माँ के गीतों की धुनों पर थिरकते भक्तों ने समूचे वातावरण को “भक्तिरस” से गुंजायमान कर दिया।
मां भगवती के विदाई की खुशी और दुखद मनोभाव से भरे जनसमूह ने काफी संख्या में इस मनोरम दृश्य का अवलोकन किया।
समूचे कस्बाइयों ने माँ के अद्भुत दर्शन कर उनका फूल मालाओं से स्वागत कर आरती उतारी। स्थानीय पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच ग्राम रेहुंची के पास नदी में माँ की प्रतिमाओं को वैदिक धर्मानुसार पूजा हवन आदि के बाद बड़े ही शान्तिपूर्ण ढंग से “जल समाधि” दी गयी। संपूर्ण वातावरण “जय जय अम्बे जय जगदम्बे” के नारों से गुंजायमान हो उठा ।
Author: samachar
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