दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर। रहस्मय ढंग से लापता हुए चार दोस्तों ने पुलिस को आखिर खूब छकाया। उनकी तलाश में चप्पा-चप्पा खंगाल रही पुलिस के हत्थे तीन साथी लग गए लेकिन चौथा फिर आंखों के सामने से भाग निकला। लेकिन, कुछ देर बाद पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया। पूछताछ में चारों दोस्तों ने घर से भागने की वजह बताई तो सुनने वालों ने अपना माथा पकड़ लिया।
गुजैनी गांव में रहने वाले अशोक कुमार ने पुलिस को बताया था कि उनका 12 वर्षीय बेटा अभय उर्फ रजत, गांव में रहने वाले दोस्त 14 वर्षीय दीपक,14 वर्षीय सावन उर्फ प्रेम और 12 वर्षीय किशन रविवार शाम से गायब हैं। स्वजन और गांव के लोगों ने रात भर तलाश करने के बाद सोमवार शाम गुजैनी थाने में चार बच्चों के लापता होने की जानकारी दी थी।
सोमवार की शाम मामला अफसरों को तब पता चला जब लोगों ने गुजैनी हाईवे पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया था। देर रात सड़क जाम रहने पर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदण्ड, डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल, एडीसीपी मनीष चंद्र सोनकर, एसीपी विकास पांडेय और थाने का फोर्स पहुंचा था। पुलिस आयुक्त के समझाने के बाद लोगों ने जाम खोला था।
पुलिस आयुक्त ने तत्काल बच्चों की तलाश के चार टीमें लगा दी थीं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने बच्चों की तलाश शुरू कर दी थी। गांव से चारों किशोर पनकी नहर नहाने गए थे लेकिन वह घर आ गए थे। इसके बाद शाम चारों को हाईवे के पास फुटओवर ब्रिज की सेफ्टी वाल पर बैठे देखा गया था। इसके बाद से उनका पता नहीं चला था। पुलिस ने आसपास के थानों में चारों बच्चों के फोटोगाफ भेज दिए थे।
किशोरों के पास मोबाइल न होने की वजह से उनकी लोकेशन ट्रेस करना भी मुश्किल हुआ। पुलिस पूछताछ के आधार पर रात से सुबह तक खाक छानती रही। पुलिस अलग-अलग टीमों ने गांव, गंगा बैराज, रेलवे व बस स्टेशन समेत हर संदेह वाली जगह पर तलाश करती रही। सुबह चार बजे तक गुजैनी गांव, रविदासपुरम, पांडू नदी के आसपास भी तलाश की। दारोगा राजेश बाजपेई की एक टीम गंगा बैराज पहुंची, जहां चार बच्चे मछली पकड़ते दिखे लेकिन पास जाने पर वो किशोर नहीं निकले।
तीन किशोरों ने पुलिस को बताया कि घर वाले कभी कहीं घुमाने नहीं ले जाते थे। इसलिए घरवालों से नाराज होकर हाईवे किनारे बैठे-बैठे चारों दोस्तों ने आगरा का ताजमहल देखने चलने का प्लान बनाया। आगरा में पहुंचने पर एक साथी ने घर वापस जाने की जिद की। इसपर सभी फिर कानपुर लौटकर आए और उसे पनकी हाईवे के पास छोड़कर फिर वापस आगरा जाने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच पुलिस ने पकड़ लिया।
गोविंद नगर एसीपी विकास पांडे ने बताया दीपक अपने साथ तीनों दोस्तों को आगरा ले गया था। इनमें से एक साथी ने कबाड़ी को 400 रुपये में अपनी साइकिल बेची थी। आगरा में चारों किशोर ताजमहल समेत अन्य जगह घूमते रहे। सोमवार शाम घर लौटने की जिद करने वाले साथी को छोड़ने के लिए सभी मंगलवार सुबह पनकी स्टेशन पहुंचे। इसके बाद उसे छोड़कर आटो से जाने लगे। इस बीच पुलिस ने दो को पकड़ लिया लेकिन तीसरा साथी दीपक भाग निकला। कुछ देर बाद उसे भी पकड़ लिया गया।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."