Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 5:07 pm

लेटेस्ट न्यूज़

और जब बंदर उतार ले गया डीएम साहब का चश्मा तो देखिए वीडियो ? क्या हुआ?

16 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

मथुरा।  जनमाष्टमी के मौके पर उत्तर प्रदेश के वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर परिसर में भगदड़ मचने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। 20 अगस्त 2022 को मंदिर की क्षमता से करीब 50 गुना लोग पहुंचने से मंदिर में यह बड़ा हादसा हुआ था। मंदिर में हुए हादसे की जांच करने रविवार को जिला अधिकारी (DM) नवनीत सिंह चहल वहां पहुंचे, इस बीच एक बंदर उनका चश्मा छीन ले गया।

जिसके बाद चश्मा छुड़ाने में अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए। कड़ी मशक्कत के बाद बंदर को फ्रूटी देकर किसी तरह चश्मा वापस हासिल किया जा सका। दरअसल, मंदिर परिसर में हुए हादसे की जांच के लिए शासन द्वारा गठित समिति में शामिल पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और आगरा मंडलायुक्त गौरव दयाल को रविवार को निरीक्षण के लिए आना था।

 

डीएम के चेहरे से चश्मा उतारकर भागा बंदर

उससे पहले डीएम नवनीत सिंह चहल हादसे के बाद जानकारी लेने वृंदावन पहुंचे थे। वह एसएसपी अभिषेक यादव और अन्य अधिकारियों के साथ बांके बिहारी मंदिर के आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे थे। DM-SSP राधा बल्लभ मंदिर के पास से रास्तों को देखते हुए जा रहे थे। तभी वहां उछलकूद कर रहा एक बंदर डीएम के चेहरे से चश्मा उतारकर उसे लेकर भाग गया।

पुलिस प्रशासन और अधिकारियों ने बंदर से चश्मा वापस मांगने के लिए काफी मशक्कत की। मगर, बंदर किसी भी हालत में चश्मा वापस करने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद पास की एक दुकान से फ्रूटी मंगाई गई। यह देख कर बंदर पास आया और फ्रूटी लेकर चश्मा वापस कर भाग गया। इस तरह पांच मिनट के बाद DM को किसी तरह उनका चश्मा वापस मिल पाया।

अखिलेश यादव ने कसा तंज: गनीमत ये रही कि बंदर ने चश्मे को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया और उसे सुरक्षित वापस दे दिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इतना ही नहीं लोग इस वीडियो को शेयर कर जमकर चटकारे भी ले रहे हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़