दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से जनमाष्टमी के दिन वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ मचने से 2 लोगों की मौत हो गई। भीड़ अधिक होने के चलते कई श्रद्धालु मंगला आरती के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े। बता दें कि मंगला आरती साल में एक बार ही जन्माष्टमी के दिन होती है। वहीं घटना के बाद प्रशासन की तैयारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। घटना में प्रशासन की लापरवाही सामने आई है।
सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमे यह साफ़ दिखाई दे रहा है कि पुलिस के आलाधिकारी व्यवस्था संभालने के बजाय वीडियो बनाने में व्यस्त थे। हादसे में यह लापरवाही भी सामने आ रही है। वहां मौजूद चश्मदीदों ने भी मंदिर में प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़ा किया है। जब श्रद्धालु दर्शन कर आगे की ओर बढ़ रहे थे, उस दौरान कई पुलिसकर्मी वीडियो बनाने और सेल्फी खींचने में व्यस्त थे। इससे पता चलता है कि पुलिसकर्मी सुरक्षा को लेकर मुस्तैद थे।
वहीं मंदिर के सेवादारों ने भी दावा किया है कि वीआईपी दर्शन के नाम पर प्रशासनिक अधिकारियों ने अपना रुतबा दिखाया और अपने परिजनों को विशेष दर्शन की सुविधाएं प्रदान कीं और इससे व्यवस्था चरमरा गई। चश्मदीदों ने बताया कि पुलिस के एक बड़े अधिकारी अपनी मां के साथ वीआईपी दर्शन करने पहुंचे थे। मथुरा रिफाइनरी के एक बड़े पुलिस अधिकारी अपने सात परिजनों के साथ मंगला आरती में मौजूद थे। वहीं मथुरा पुलिस ने इन दावों का खंडन किया है।
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बता दें कि घटना के बाद मथुरा एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान मंदिर के निकास द्वार पर एक भक्त बेहोश हो गया। इससे भक्तों की आवाजाही रुक हो गई। भारी भीड़ थी, इसलिए परिसर के अंदर कई लोगों का दम घुट रहा था। ऐसे में भगदड़ मचने से 2 लोगों की जान चली गई है। मृतकों की पहचान नोएडा निवासी निर्मला देवी और जबलपुर की मूल निवासी वृंदावन वासी राजकुमार के रूप में हुई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शुक्रवार को मथुरा में थे और इस दौरान वह श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम में भी शामिल हुए। करीब साढ़े तीन घंटे तक सीएम योगी मथुरा में मौजूद रहे।
Author: samachar
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