दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
यूपी में दलितों की राजनीति करने वाले भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण ने मायावाती के साथ गठजोड़ पर अपनी राय रखी है। एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं दलित समाज को अकेला नहीं छोड़ सकता हूं। मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। लेकिन भविष्य में क्या होगा, यह किसी को नहीं पता। बस मेरा प्रयास है कि दलित समाज खुद को ठगा महसूस न करे।
पीएम मोदी पर बरसे आजाद
उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, “सरकारों का चरित्र हमने देखा, वो गरीबों को लूटने में लगी है। तिरंगे की बात करने वाले प्रधानमंत्री बताएं कि ये जो लोग भूखे पेट हैं, इनका क्या होगा। यूपी में 20-20 रुपये में तिरंगा बेचा गया। जिनके पास खाने के भी पैसे नहीं, उन्हें भी पैसे लेकर तिरंगा बेचा गया। हमारे लिए तिरंगे का सम्मान दिल में हैं।”
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारा मानना है कि देशभक्ति दिल में होनी चाहिए। राजस्थान के जालौर की घटना पर उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि लाल किले से इस घटना पर पीएम कुछ बोलेंगे लेकिन अफसोस कि देश के पीएम की निगाह में दलित नहीं आ पाए। वहीं मायावती के लिए सॉफ्ट कॉर्नर रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं किसी पर नहीं बोल रहा, क्योंकि उनसे में मुझे कोई उम्मीद नहीं है। मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं।
2024 में चुनाव लड़ने के सवाल पर दलित नेता आजाद ने कहा कि अभी तो हम अपनी तैयारी कर रहे हैं। लेकिन हम पीछे नहीं जाने वाले। हम अपने संगठन को मजबूत कर रहे हैं। हमने पिछले पांच सालों में जो कुछ भी सीखा है, उससे सबक लेकर आगे बढ़ रहे है।
चंद्रशेखर ने कहा कि यूपी की सरकार तो कोर्ट की जरुरत ही खत्म कर देती है। खुद ही बुलडोजर चलवा देती है। इस तरह से सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। यूपी में कुछ नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, राजस्थान, यूपी में सरकारों का चरित्र हमने देखा, दलितों की आवाज कोई सुनने वाला नहीं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."