कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
बरेली। बेरहम बारिश ने जहां फसलों की बोआई में देरी करा दी। ऊपर से चढ़ते पारे ने फसलों को सुखा दिया है। बिजली विभाग की ओर से की जा रही अंधाधुंध कटौती से किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। धूप से चटकते खेतों और धूप से झुलसती फसलों ने किसानों को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है।
परेशान हाल किसान कई-कई बार बिजली विभाग के अफसर आपूर्ति के बारे में स्पष्ट नहीं बताते हैं। यह परेशानी सिर्फ एक किसान की नहीं, बल्कि अधिकांश किसानों की है। इससे एक किसान इतना आक्रोशित हो गया कि उसने पहले शराब पी और फिर तमंचा लेकर बिजली सब स्टेशन पर जा पहुंचा। उसने अफसरों को जान से मारने की धमकी दी। इससे उपकेंद्र पर बखेड़ा हो गया। घटनाक्रम का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
यह पूरा मामला अंटूआ बिजलीघर पर सोमवार रात 10 बजे का है। हुआ यह कि सहासा गांव में बिजली ना आने की एक किसान ने वजह पूछी। वहां मौजूद स्टाफ ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया तो हंगामा करने लगा। आरोप लगाया कि बिजलीकर्मी जानबूझकर कटौती कर रहे हैं।
मामूली फाल्ट भी कई-कई दिन बाद ठीक किया जाता है। लोकल फाल्ट की बात सुनने पर किसान आक्रोशित हो गया। तमंचा दिखाकर बोला कि खेत में खड़ी फसल सूख रही है, इसके लिए बिजली विभाग के कर्मचारी व अधिकारी जिम्मेदार है। इस दौरान एक कर्मी ने चुपके से वीडियो बना लिया और पुलिस की सूचना दे दी।
डायल-112 पुलिस का हूटर सुनकर किसान फरार हो गया। सब स्टेशन आपरेटर धर्मेंद्र कुमार से आरोपित के विरुद्ध तहरीर देने से इन्कार कर दिया। लेकिन वीडियो वायरल होने पर मामला चर्चा का विषय बन गया। इस बारे में एसआइ महिपाल सिंह ने बताया कि कोई भी तहरीर नहीं दी गई है।
Author: samachar
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