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November 22, 2024 11:31 pm

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यहां लगती है लड़कियों की बोली ; कम से कम एक हजार रुपये प्रति घंटे का दर, खौफनाक मंजर है यहां के जिस्म मंडियों में

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मृणाल कुशवाहा की रिपोर्ट

किशनगंज, बिहार। सदर थाना क्षेत्र के खगड़ा माछमाड़ा स्थित रेड लाइट एरिया फिर गुलजार हो गया है। पिछले माह 14 मई को हुई पुलिस छापेमारी के बाद कुछ दिनों के लिए सक्रिय दलाल देह व्यापार में शामिल लड़की एवं महिलाओं को दूसरे स्थान पर पांजीपाड़ा एवं पूर्णिया स्थित रेड लाइट में शिफ्ट कर दिया था। धीरे-धीरे मामला ठंडा होते ही फिर खगड़ा रेड लाइट एरिया में देह व्यापार से गुलजार होने लगा है। पुलिस प्रशासन के अनदेखी के कारण नासुर बने इस रेड लाइट में लड़की और महिलाओं के आबरू की हर दिन बोली लगती है। यहां तक कि पुलिस कार्रवाई नहीं होने के कारण सक्रिय दलाल के माध्यम से देह व्यापार का धंधा कराने के लिए लड़कियों की खरीद-फरोख्त भी की जाती है। किसी भी बाहर की लड़की को लाकर रखने व बेचने की सूचना पर पुलिस छापेमारी करती है और मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी एवं आगे की कार्रवाई करना उचित नहीं समझती है। आलम है कि रेड लाइट एरिया में प्रतिदिन लड़कियों और महिलाओं के आबरू की बोली लगती है और बदनामी का धब्बा समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है।

खगड़ा रेड लाइट में सक्रिय ऐसे दलाल हैं जिसका नेटवर्क बिहार के किशनगंज के अलावा पूर्णिया, बेगुसराय, सितामढ़ी, गया सहित बंगाल में संचालित रेड लाइट से जुड़ा हुआ है। ऐसे दलाल में वर्तमान समय में मुख्य रूप से कासिम उर्फ कृष्णा खलीफा सक्रिय है, जिसके पिता शिशा खलीफा भी देह व्यापार के धंधा से जुड़े हुए थे। खगड़ा रेड लाइट इलाका में देह व्यापार का धंधा संचालित कराने में कृष्णा का दबदबा है। वहीं मंजुर खलीफा भी इसके सक्रिय सदस्य के रूप में ङ्क्षकग मेकर का काम करता है। इस दोनों पर किशनगंज के अलावा अन्य जिलों में भी लड़की खरीद-फरोख्त कर बेचने का मामला दर्ज है। वहीं कई बार इस तरह के आरोप में जेल भी जा चुका है।

जानकारी के अनुसार पैसा के दम पर सक्रिय दोनों दलाल पुलिस प्रशासन को भी प्रभावित कर रखता है ताकि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस डायरी में ही मामला ठंडा बस्ता में चला जाए। ऐसे सक्रिय दलालों को चिन्हित कर कार्रवाई नहीं किए बगैर रेड लाइट इलाका में दलालों के चंगुल में फंसी लड़कियों को मुक्त कराने और इसे समाप्त करने में पुलिस प्रशासन को कभी कामयाबी नहीं मिल पाएगी। पिछले माह खगड़ा रेड लाइट में छापेमारी के बाद अंजु देवी पति प्रमोद कुमार, मुन्नी देवी पति मंजुर खलिफा, गुडिय़ा पति आजाद, बेबी खातुन पति सोनू और कासिन उर्फ कृष्णा खलीफा पिता शीशा खलीफा उर्फ अब्दुल खलीफा पर मामला दर्ज हुआ था। मामला दर्ज होने के बाद अब तक किसी भी नामजद दलालों पर कोई पुलिसिया कार्रवाई नहीं हुई है और फिर से रेड लाइट एरिया गुलजार होने लगा है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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