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19 January 2025 12:48 pm

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’शेर है यह शेर…बिल्ली नहीं है, उत्तर प्रदेश है यह दिल्ली नहीं है..ऐसा क्यों कहा इंस्पेक्टर धर्मराज ने ? देखिए वीडियो ?

36 पाठकों ने अब तक पढा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

उन्नाव। पुलिस इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय की दंगाइयों के लिए गायी गई एक कविता सोशल मीडिया पर धूम मचा रही है। कानपुर में हुई हिंसा के बाद इंस्पेक्टर ने यह कविता गाई। उन्होंने बहुत ही शायराना अंदाज में गाया कि, ‘पकड़-पकड़ कर हवालात में ठेले जाएंगे, दंगा करने वाले पल भर रेले जाएंगे’…’शेर है यह शेर…बिल्ली नहीं है, उत्तर प्रदेश है यह दिल्ली नहीं है। गुंडे और गुंडों के सभी झमेले जाएंगे, दंगा करने वाले पल भर रेले जाएंगे। बुरा किया तो अच्छा अब अंजाम नहीं मिलने वाला, जो बबूल बोए हो तो तुमको आम नहीं मिलने वाला। खेल जो तुमने खेला वही खेले जाएंगे, दंगा करने वाले पल भर रेले जाएंगे।’

बता दें कि इसे पहले भी उन्होंने चुनाव के दौरान भी एक कविता गाई थी। उन्होंने कहा था कि, ‘न कोई के डर मा न कोई के दबाव मा, चले हैं दीवान जी ड्यूटी चुनाव मा’…उनकी इस कविता को भी लोगों ने बहुत पसंद किया था। चुनाव के समय ड्यूटी पर बनाई उनकी कविता को यूपी पुलिस के ट्वीटर अकाउंट पर भी ट्वीट किया गया था। इंस्पेक्टर धर्मराज कई सारी ऐसी कविताएं बना चुके हैं।

उन्नाव की क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय बीते दिसंबर महीने 2021 को सीतापुर से ट्रांसफर होकर उन्नाव आए थे। धर्मराज उपाध्याय कवि शायर हैं। यूट्यूब पर उनके कई सारे वीडियो हैं। उन्होंने चुनाव के दौरान नेहा राठौर को भी यूपी में का ब है का जवाब दिया था। धर्मराज उपाध्याय श्रावस्ती के सोनवा के गांव चन्द्ररखा के रहने वाले हैं। उनकी शादी हो चुकी है। उनकी दो लड़कियां भी हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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