संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- नदियों की सफाई को लेकर जहां केंद्र और राज्य सरकार बड़े-बड़े दावे करती नजर आती है वहीं दूसरी ओर मां मंदाकिनी की दुर्दशा देखते ही बनती है मां मंदाकिनी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिला मुख्यालय के नालो का दूषित पानी मां मंदाकिनी में गंदगी की वजह बनता जा रहा है l
मां मंदाकिनी की सफाई व स्वच्छता को लेकर सिंचाई प्रखंड प्रथम की घोर लापरवाही सामने आ रही है सिंचाई प्रखंड प्रथम के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम ना उठाए जाने के कारण मा मंदाकिनी की दुर्दशा हो रही है जिला मुख्यालय सहित सीतापुर व तरौहा के गंदे नाले मां मंदाकिनी में छोड़े जा रहे हैं लेकिन मां मंदाकिनी की तरफ ध्यान देने वाला कोई नहीं है।
समाजसेवियों द्वारा समय-समय पर मां मंदाकिनी की सफाई की जाती रही है लेकिन नालों के दूषित पानी की वजह से मां मंदाकिनी में फिर से गंदगी का अंबार लग जाता है सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा कई बार महीनों तक मां मंदाकिनी की सफाई की गई लेकिन गंदे नालो के दूषित पानी की वजह से फिर से गंदगी फैल जाती है ।
सरकार द्वारा नदियों के रखरखाव व स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए स्वीकृत किए जाने के बावजूद भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है स्वच्छता के नाम पर बड़े-बड़े दावे करने वाले अधिकारियों को आखिर मां मंदाकिनी की दुर्दशा क्यों नहीं दिखाई दे रही है ।
मां मंदाकिनी के पानी से सैकड़ों गांव में पेयजल की आपूर्ति की जाती है लेकिन गंदगी का आलम होने के कारण सैकड़ों गांव में पानी का संकट गहराता नजर आ रहा है ।
मां मंदाकिनी के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों की कमी नहीं है चित्रकूट के सीतापुर का गंदा पानी मां मंदाकिनी में छोड़ा जाता है वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय के गंदे नाले भी मां मंदाकिनी नदी में छोड़े जाते हैं ।
मंदाकिनी नदी को बचाने हेतु यूथ आइकॉन ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
चित्रकूट की जीवनधारा मां मंदाकिनी को बचाने हेतु यूथ आइकॉन और परहित सेवा संस्थान के प्रबंधक अनुज हनुमत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम अपने खून से पत्र लिखा । उन्होंने प्रधानमंत्री महोदय को संबोधित पत्र में उनसे यह गुजारिश की आप देश के चौकीदार हैं और पर्यावरण प्रेमी हैं । आपसे चित्रकूट की समस्त जनता की तरफ से आपसे अनुरोध है की मंदाकिनी नदी के सरंक्षण और पुनरोत्थान हेतु आप मदद करिए जिससे भगवान राम की ये कर्मभूमि जीवित हो सके ।
प्रधानमंत्री जी को खून से लिखे पत्र में यूथ आइकॉन अनुज हनुमत ने लिखा की मौजूदा समय में मंदाकिनी नदी की स्थिति बेहद दयनीय है और मलमूत्र से लबरेज सैकड़ो नाले सीधे नदी में गिर रहे हैं जिनके टैपिंग की व्यवस्था की जाए ,जिससे नदी प्रदूषित और गंदी न हो । उन्होंने पत्र ने प्रधानमंत्री जी से यह गुजारिश भी की ,केंद्र सरकार मंदाकिनी नदी के पुनरोत्थान हेतु स्पेशल टीम लगाए जिससे नदी पुनः जीवित हो सके।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."