नौशाद अली की रिपोर्ट
अलीगढ़ । गर्मी बढ़ते ही जिला अस्पताल में रोगियों की संख्या दोगुनी हो गई है, लेकिन यहां रोगियों व तीमारदारों को पेजयल के लिए भटकना पड़ रहा है। वाटर कूलर ही नहीं, अधिकतर हैडपंप तक खराब पड़े हैं। करीब दो हजार नए-पुराने रोगियों पर मात्र दो हैडपंप है। वार्डों में भी कूलर तक नहीं। रोगी गर्मी से बिलबिला रहे हैं और प्रबंधन बजट की दुहाई देने में लगा है।
मुख्य गेट में दाखिल होते ही दायीं ओर लगा वाटर कूलर व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता दिख जाएगा। लोग पास स्थित हैडपंप से पानी ले रहे होते हैं। कुछ देरी पर स्थित हैडपंप दिखाई देता है, लेकिन उससे सबमर्सिबल कनेक्शन लगा है, जिससे केवल आवासों के सप्लाई होती है। कुछ दूरी पर एक और हैडपंप का यही हालत मिल जाएगा। वाटर हेड टैंक वर्षों से सफाई न होने की वजह से सूखी पड़ी है । पास ही एक और हैडपंप खराब है। एक अन्य हैडपंप पर कुछ लोग पानी पी रहे थे। इमरजेंसी के बाहर लगी टंकी गरम पानी उगलती मिली।
आयुष विंग, क्षय रोग, पैथोलाजी लैब, ब्लड बैंक के पास कोई वाटर कूलर नहीं मिला। वार्डों की ओर जानेवाले मार्ग पर लगा वाटर कूलर भी खराब था। आगे चलने पर दो हैडपंप भी खराब मिल जाएगा। वार्डों के अंदर की पड़ताल की गई तो एक भी जगह कूलर चालू नहीं मिला। रोगी परेशान दिखे।
Author: samachar
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