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24 February 2025 2:05 am

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“पहले अंकल ने की बुरी हरकतें फिर मां के अस्पताल में काम करने वाले वार्ड बॉय ने अस्मत तार-तार कर दिया….”

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सुखविंदर सिंह की रिपोर्ट

भोपाल। नौवीं कक्षा की एक छात्रा, जिसने अपने पिता को केवल तस्वीर में देखा है, क्योंकि बचपन में ही उसके सिर से पिता का साया उठ गया था। अब जब वह 15 साल की हुई तो उसके साथ उस व्यक्ति ने ज्यादती कर दी, जिसे वह अंकल कहकर बुलाती थी। अंकल उसकी मां के साथ ही रहते थे। छात्रा ने अंकल की इस हरकत के बारे में मां को बताया तो वह बेटी को अपने साथ अस्पताल ले जाने लगी। मां उस अस्पताल में काम करती थी।

अस्पताल में मां रात की ड्यूटी कर रही थी, तभी एक वार्ड ब्वॉय ने छात्रा के साथ ज्यादती कर दी। दरिंदगी की दोनों दास्तान छात्रा ने पहले अपनी टीचर को बताई। फिर उसे चाइल्ड लाइन की टीम से मिलवाया गया और गोविंदपुरा थाने में केस दर्ज करवाया। एक घटनास्थल हबीबगंज थाना क्षेत्र में आता है, इसलिए शून्य पर दर्ज कर केस डायरी हबीबगंज पुलिस को भेज दी गई। अब दोनों ही मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। छात्रा ने पुलिस को सुनाई अपनी आपबीती…

थाना गोविंदपुरा- मौसी ने डांटा तो सुरेश अंकल कुछ दिन शांत रहे

मां एक अस्पताल में काम करती है, काम पर जाते समय वह मुझे नानी के घर छोड़ जाती थी। मां इन दिनों दूसरी जगह रहने लगी है, जहां एक अंकल सुरेश मालवीय भी रहते थे। जब मैं 14 साल की थी तो मां के पास आई थी। मां काम पर चली गई, तब अंकल आए और मुझसे गंदी हरकत करने लगे।

तभी मौसी आई और उसे डांटा। कुछ दिन वह चुप रहे। अगस्त 2021 में मैं मां के साथ अंकल के घर पर ही रह रही थी। एक दिन सुबह 5-6 बजे के बीच अंकल ने मेरे साथ गंदी हरकत कर दी। उसने ऐसा कई बार किया था। मैंने मां को बताया तो वह मुझे अपने साथ अस्पताल ले जाने लगी।

थाना हबीबगंज- जितेंद्र ने मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी थी

25-26 फरवरी की रात 12 से 1 बजे के बीच की बात होगी। मां उस रात भी मुझे अपने साथ एक प्राइवेट अस्पताल लाई थी। मां अपने काम में लगी थी तो मैं बालकनी में आकर सो गई। तभी वहां जितेंद्र मेहरा आया और मेरे साथ ज्यादती की। मुझसे बोला कि यह बात किसी को बताई तो जान से खत्म कर दूंगा।

मैंने डर के कारण मम्मी को नहीं बताया। फिर मैंने हिम्मत जुटाकर यह जानकारी अपनी टीचर को दी। मैडम मुझे एक संस्था वाली दीदी के पास लाईं और चाइल्ड लाइन वाली दीदी से मिलवाया। यहां से मैं दीदी के साथ गोविंदपुरा थाने गई और दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज करवाई।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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