दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जौनपुर: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व एम.एल.सी. सिराज मेहंदी ने कहा है कि 5 राज्यों के विधान सभा चुनाव नतीजों में मिली शर्मनाक हार के बाद अब जरूरत है कि कांग्रेस नेहरू परिवार के साये से बाहर निकले और समूह-23 के सुझावों के तहत आगे बढ़े।
मेहंदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च अधिकार प्राप्त कमेटी चापलूसों की जमात बन कर रह गई जहां बैठे नेता शीर्ष नेतृत्व को आईना दिखाने की बजाय उसे गुमराह करने का किरदार निभा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया। चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन से लेकर प्रचार की सम्पूर्ण जिम्मेदारी वह स्वयं निभा रही थी, ऐसे में चुनाव में शर्मनाक नतीजों की जिम्मेदारी भी नैतिक रूप से लेते हुए उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों की समीक्षा के लिए सी.डब्ल्यू.सी. की बैठक में ‘चमचो’ और ‘चापलूसों’ ने जिस तरह भूमिका निभाई वह निंदनीय है, उन्होंने कहा कि आज सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतों से लड़ने के लिए नेहरू परिवार का मोह त्याग कर पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने की जरूरत है।
उन्होंने समूह 23 के नेताओं से आग्रह किया कि पार्टी को बचाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाए और एक स्वर में नेहरू परिवार से पद छोड़ने की मांग करे।
Author: samachar
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