विवेक चौबे की रिपोर्ट
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की वजह से काम बाधित रहा है और इसका असर कुछ विभागों के कार्यों में दिखा है।
मुख्यमंत्री ने यहां सोमवार को विभागवार बजट के विरुद्ध खर्च की गई राशि का विवरण, योजना बजट के विरुद्ध निर्गत स्वीकृति आदेश और व्यय की स्थिति की समीक्षा बैठक में कहा कि अब हमें 2022-23 बजट की तैयारी करनी है। इस बार सरकार का खर्च को बढ़ने के साथ-साथ संसाधन जुटाने पर जोर है। हमें बेहतर कार्य करना है। राज्य के बेनेफिसरी ओरिएंटेड स्कीम के लिए भी सरकार को राशि की आवश्यकता पड़गी। इसके लिए राजस्व संग्रह से संबंधित विभाग बेहतर कार्य करें। ऐसी व्यवस्था बनाये, जिससे राजस्व संग्रह में नुकसान नहीं हो। राजस्व संग्रह से संबंधित विभाग इस पक्ष पर ध्यान दें।
श्री सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार योजना के तहत कई कार्य करती है। लेकिन कई मामलों में उस योजना का लाभ नजर नहीं आता है। अब पौधा लगाने से सभी छोटे बड़ कार्यों से संबंधित फोटोग्राफ और जिओ टैगिंग सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड निर्गत करने की योजना है। ताकि बच्चों को पढ़ई में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। स्टूडेंट के लिए बन रहे हॉस्टल के निर्माण कार्य की पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएं।
जिओ टैग करने को प्राथमिकता दें। मॉडल स्कूल के कार्य प्रगति की जानकारी उपलब्ध कराएं। संक्रमण के दौरान स्कूल बंद होने से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हुए है। उनकी पढ़ई में एक बड़ गैप बन गया है। उस गैप को पाटने की जरूरत है। निर्मित हो रहे महिला महाविद्यालय को जल्द पूरा कराएं। वर्तमान में संचालित महिला महाविद्यालयों के जीर्णोद्धार का कार्य करें।
Author: samachar
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