अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है, जब योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर की गई अपमानजनक टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया। रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ चुके पूर्व कांग्रेसी और वर्तमान में बीजेपी नेता दिनेश प्रताप सिंह ने प्रियंका गांधी पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालते हुए कहा, “अंततः लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई वहां जहां लड़ना न पड़े। बूढ़ी जो हो गई।”
प्रियंका गांधी को लेकर विवादित पोस्ट
प्रियंका गांधी के खिलाफ किए गए इस विवादित पोस्ट के बाद यूपी की सियासत गरमा गई। कांग्रेस नेता अनिल यादव ने लखनऊ में स्थित दिनेश प्रताप सिंह के सरकारी आवास पर विरोध जताते हुए कालिख पोत दी। यादव ने मंत्री के बंगले के गेट पर ‘चोर’ और ‘बेईमान’ लिखते हुए विरोध प्रदर्शन किया और दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वायनाड उपचुनाव और प्रियंका गांधी
केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस ने इस सीट से प्रियंका गांधी को उम्मीदवार घोषित किया है। यह प्रियंका गांधी का पहला चुनाव है जिसमें वह खुद उम्मीदवार के रूप में खड़ी हो रही हैं। इस घोषणा के बाद दिनेश प्रताप सिंह ने प्रियंका गांधी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट कर दिया, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्सा फैल गया।
कांग्रेस नेताओं का आक्रोश
प्रियंका गांधी के खिलाफ टिप्पणी के बाद कांग्रेस नेताओं ने दिनेश प्रताप सिंह पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं। यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “महिलाओं के बारे में ऐसी घिनौनी भाषा का इस्तेमाल करना भाजपा के नेताओं की सोच को दर्शाता है। जब महिलाएं चुनाव मैदान में उतरती हैं तो उन्हें ऐसे बदमाश किस्म के लोगों की गंदी भाषा का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति दयनीय है।”
आवास पर विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस नेता अनिल यादव ने मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के सरकारी आवास पर जाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नेम प्लेट पर कालिख पोतते हुए मंत्री को ‘चोर’ और ‘बेईमान’ करार दिया। इस दौरान “दिनेश प्रताप सिंह मुर्दाबाद” के नारे भी लगाए गए। अनिल यादव ने कहा, “हमारी नेता के खिलाफ कोई गलत बयानबाजी करेगा, तो हम इसे सहन नहीं करेंगे। अगर दिनेश प्रताप सिंह में हिम्मत है तो वह सड़क पर आकर सामना करें।”
तुरंत की गई सफाई
घटना के तुरंत बाद सरकारी कर्मचारियों ने हरकत में आते हुए गेट की सफाई शुरू कर दी। गेट पर गाड़ी खड़ी कर लिखे हुए शब्दों को छिपाया गया और फिर जल्दी से पेंटर बुलाकर कालिख को साफ कर दिया गया। इस घटना के बाद दिनेश प्रताप सिंह की टिप्पणी और उनके आवास पर हुए विरोध प्रदर्शन से यूपी की राजनीति में गरमाहट और बढ़ गई है।
इस विवाद ने न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उग्र कर दिया है, बल्कि भाजपा की महिलाओं के प्रति नीतियों और नेताओं के रवैये पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."