हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पांच नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इस आत्मसमर्पण की पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को की।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर कुल 19 लाख रुपये का इनाम घोषित था। ये नक्सली अपने वरिष्ठ माओवादियों की कार्रवाइयों से नाखुश थे और उन्होंने ‘अमानवीय’ और ‘खोखली’ माओवादी विचारधारा के प्रति अपनी निराशा व्यक्त की।
सुकमा जिले के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली राज्य सरकार की उन्मूलन नीति और उनके लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से भी प्रभावित थे।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कवासी दुला (25 साल), सोढ़ी बुधरा (27 साल) और महिला नक्सली मड़कम गंगी (27 साल) शामिल हैं। ये तीनों प्लाटून नंबर एक में क्रमशः डिप्टी कमांडर, सेक्शन कमांडर और सेक्शन ‘ए’ कमांडर के रूप में सक्रिय थे। सरकार ने इन तीनों नक्सलियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
इसके अलावा, पोडियाम सोमडी (25 साल) और मड़कम आयते (35 साल) नाम की दो अन्य महिला नक्सलियों पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था। ये दोनों किस्टाराम एरिया कमेटी की दर्जी टीम की सदस्य थीं।
एसपी चव्हाण ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला करने और सड़कों को नुकसान पहुंचाने जैसी घटनाओं में शामिल होने का आरोप था।
सरकार ने इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण के बाद 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की है और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
Author: samachar
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