दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दे दी है। इसी बीच, शुक्रवार को सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा, जिससे वर्षा का संयोग बनेगा। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार, सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में आने पर वर्षा की संभावना बढ़ती है। अगले आषाढ़, सावन और भादों महीनों में वर्षा की अच्छी संभावना है। सूर्य इन महीनों में अलग-अलग नक्षत्रों में प्रवेश करेगा, जिससे वर्षा की मात्रा में भी अंतर आ सकता है।
आचार्य एसएस नागपाल, जो अलीगंज स्थित स्वास्तिक ज्योतिष केंद्र के हैं, ने बताया कि शुक्रवार रात 12:06 बजे सूर्य मीन लग्न में प्रवेश करेगा। आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहू हैं और इस समय की कुंडली में लग्नेश गुरु तृतीय भाव में रहेंगे। गुरु की दृष्टि सप्तम, नवम और एकादश भाव पर होगी, जिससे पर्याप्त वर्षा की संभावना है। सूर्य का आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करने से उसकी तपन कम होती है, जिससे बादल छाने लगते हैं और बारिश होती है।
मौसम विभाग भी मॉनसून के प्रक्रिया को बेहतर करने की उम्मीद जताता है। शुक्रवार, 21 जून, साल का सबसे लंबा दिन होगा जिसमें दिन की लंबाई 14 घंटे तक होगी। इस दिन 12 बजे की बजाय 14 घंटे तक दिन रहेगा और सूर्य की परछाई भी नहीं दिखेगी।
प्रो. विभा अग्निहोत्री, जो गोमती नगर के विपुलखंड में हैं, ने बताया कि इस दिन सूर्य आकाश में सबसे ऊंचाई पर होता है, जिसे हम ग्रीष्म संक्रांति के नाम से जानते हैं। इस दिन की घटना को विभिन्न संस्कृतियों में विशेष महत्व दिया जाता है और कई स्थानों पर इसे त्योहारों और उत्सवों के रूप में मनाया जाता है। उदाहरण के लिए, यूरोप में स्टोनहेंज पर लोग इस दिन सूर्योदय देखने के लिए इकट्ठा होते हैं।
प्रदेश में मौसम का स्थिति धीरे-धीरे बदल रहा है। अब तक गर्मी और हीट वेव ने लोगों को कठिनाई में डाल दिया था, लेकिन बारिश और हवाओं ने आम जनता को बड़ी राहत दी है। प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में बारिश हुई है, जैसे कि सिद्धार्थनगर और अम्बेडकरनगर में।
मौसम विभाग के अनुसार, 21 जून को पश्चिमी यूपी के कुछ हिस्सों में और पूर्वी यूपी के कुछ स्थानों पर बारिश के साथ गरज चमक सकती है। इसके अलावा, पश्चिमी यूपी में कुछ जगहों पर लू का प्रकोप भी हो सकता है। पूर्वी यूपी में कुछ स्थानों पर तेज झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है।
यह संकेत देता है कि मौसम में आगामी दिनों में और भी विविधता आ सकती है और लोगों को बारिश के साथ राहत मिल सकती है।
इन इलाकों को लेकर आया अलर्ट
मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा और उसके आसपास के इलाकों में ऊष्ण लहर लू चलने की संभावना है। इसके साथ ही सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और उसके आसपास के इलाकों में बादल गरजने, बिजली गिरने के साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज झोंकेदार हवा चलने की संभावना है। प्रयागराज, वाराणसी, संतरविदास नगर, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, गोंडा, श्रावस्ती और उसके आसपास के इलाकों में बिजली गिरने और बादल गरजने के आसार है।
लू और गर्म रातों पर लगा ब्रेक
वहीं मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर जगहों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान 40 डिग्री और 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। इसके कारण प्रदेश में जहां उष्ण रात्रि की स्थितियां पूरी तरह समाप्त हो गई है। वहीं प्रदेश में पिछले कई दिनों से चल रही लू से भी निजात मिलती दिख रही है। हालांकि, प्रयागराज और उरई में अभी भी पुराने हालात बरकरार हैं। आगामी दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के तापमान में कोई विशेष परिर्तन न होने से जहां लू की स्थितियां समाप्त हो जाने की संभावना है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान में थोड़ी बढ़ोत्तरी के फलस्वरूप 23 जून तक कहीं-कहीं लू की स्थिति बनी रह सकती है।
तेजी से आगे बढ़ रहा है मॉनसून
अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसून बिहार के भागलपुर से होते हुए रक्सौल तक पहुंच गया है। इसके साथ ही आगामी 2-3 दिनों के दौरान इसके पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं। इसी क्रम में जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश में 23 जून से बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल में प्रभावी वृद्दि होने उम्मीद है। वहीं, 24 जून से पूर्वोत्तर, तराई और पूर्वांचल के कुछ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 25 जून से वर्षा के फैलाव एवं तीव्रता में बढ़ोत्तरी की सम्भावना है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 23 जून से बारिश शुरू होने और उसके बाद उसकी तीव्रता में वृद्धि होने की सम्भावना है।
Author: samachar
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