चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
‘साहब मेरी बीवी को बदमाशों ने गोली मार दी। अपनी बीवी को उसके मायके से लेकर मैं अपने घर बकैनिया वीरपुर जा रहा था, तभी 6 बदमाशों ने हमें घेर लिया। पहले उन्होंने हमारे साथ लूटपाट की, फिर मुझे पीटा और इसके बाद गोली चला दी…।’ 14 मई 2024 को यूपी के बरेली में शाही पुलिस थाने में राजकुमार नाम का शख्स जब ये शिकायत लेकर पहुंचा, तो पुलिस भी हैरान रह गई।
मौके पर पहुंचकर देखा गया तो खून से लथपथ उसकी पत्नी हेमलता की लाश पड़ी थी। हल्ला मच गया कि इलाके में दिनदहाड़े लूट और कत्ल की वारदात हुई है। पुलिस के आला अफसर भी पहुंच गए। तुरंत केस दर्ज किया गया और टीमें बनाकर पुलिस तफ्तीश में जुट गई।
इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले मौका-ए-वारदात का मुआयना किया। तफ्तीश करने वाली टीम को मौके से कुछ ऐसा दिखा कि उसे कहानी में बहुत सारे झोल नजर आए।
सबसे पहला सवाल था कि अगर बदमाश 6 की संख्या में थे तो राजकुमार कैसे सुरक्षित बच गया? दूसरा- अगर वो लूटने आए थे, तो राजकुमार का मोबाइल उसके पास कैसे छोड़े गए? तीसरा और सबसे अहम सवाल- अगर बदमाशों ने लूटपाट की, तो उसकी पत्नी के दोनों हाथों की चूड़ियां साबुत कैसे थीं? आमतौर पर किसी महिला के साथ जोर-जबरदस्ती करने पर उसकी चूड़ियां टूट जाती हैं।
नहीं पसंद था हेमलता का रील बनाना
करीब 9 दिनों तक बरेली पुलिस इन सवालों के जवाब तलाशती रही। और जब जवाब मिले, तो उस कहानी से पर्दा उठ गया, जिसमें हेमलता का असली कातिल पकड़ा गया।
पुलिस के मुताबिक, राजकुमार और हेमलता की शादी कुछ साल पहले ही हुई थी। शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन कुछ वक्त बाद राजकुमार ने हेमलता पर शक करना शुरू कर दिया। हेमलता रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया करती थी। राजकुमार को ये बात भी नागवार गुजरी।
एक दिन जब वो अपने बहनोई से बात कर रही थी, तो उसने पहले हेमलता की पिटाई की और फिर अपना फोन तोड़ दिया। अब राजकुमार ने हेमलता का मोबाइल छीनकर खुद इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।।
बाजार से दिलाई हेमलता को नई चूड़ियां
हेमलता इस बात से नाराज होकर अपने मायके चली गई। कुछ दिन बाद राजकुमार को बताया गया कि हेमलता प्रेग्नेंट है। अब उसका शक और ज्यादा बढ़ गया। इस शक ने उसके दिमाग में एक खतरनाक साजिश को जन्म दिया।
14 मई को राजकुमार अपनी बीवी को लेने उसके मायके पहुंच गया। वहां पहुंचकर उसने ऐसे जताया कि वो हेमलता से बहुत प्यार करता है। बाइक पर बिठाकर वो उसे उसकी मौसी से मिलाने ले गया। इसके बाद बाजार से उसे नई चूड़ियां दिलवाई। दोपहर को वो उसे लेकर घर की तरफ लौटा और रास्ते में एक सुनसान जगह पर बाइक रोक दी।
‘तुम्हारे गर्भ में पल रहा बच्चा किसका है?
राजकुमार ने हेमलता से पूछा कि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा किसका है? दोनों के बीच इस बात को लेकर बहस बढ़ने लगी और इसके बाद राजकुमार ने तमंचे से गोली मारकर हेमलता का कत्ल कर दिया। इस कत्ल की प्लानिंग राजकुमार पहले ही कर चुका था। घर में मिर्च की खेती होती थी।
उसने एक दिन पहले ही मिर्च बेचकर तमंचा और दो कारतूस खरीदे थे। इसके बाद उसने अपने एक दोस्त राम बहादुर को भी अपनी साजिश में शामिल किया। कत्ल के बाद उसने राम बहादुर को फोन किया, लेकिन वो इससे पहले ही मौके पर पहुंच गया था। राम बहादुर ने वहां पहुंचकर पहले राजकुमार की बाइक गिराई और इसके बाद हेमलता के कुछ जेवर निकाल लिए।
गांव वालों के सामने किया बेहोश होने का नाटक
प्लानिंग के मुताबिक, राम बहादुर ने अब तमंचे को छिपा दिया। इसके बाद उसने राजकुमार के जूते भी उतरवाकर खेत की तरफ फेंक दिए। मौके पर सारे सबूतों को ठिकाने लगाने के बाद राम बहादुर गांव में पहुंचा और राजकुमार के साथ हुई लूट का शोर मचा दिया।
गांव वाले दौड़े तो राजकुमार ने बेहोश होने का नाटक किया। उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों को जब कोई चोट नहीं मिली, तो वापस भेज दिया। इसके बाद राजकुमार ने पुलिस के पास पहुंचकर लूट और हत्या की फर्जी कहानी सुनाई। उसकी साजिश कामयाब भी हो गई थी, लेकिन ज्यादा शातिर बनने के चक्कर में वो फंस गया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."