ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
“समाचार दर्पण 24” के संस्थापक सहयोगी रामशरण कटियार अब हमारे बीच नहीं हैं। यह खबर समाचार दर्पण परिवार के लिए बेहद दुखद है। आज समूह के प्रधान संपादक को फोन पर दिवंगत कटियार के पुत्र द्वारा इस खबर की संपुष्टि की गई।
परिवार के प्रधान संपादक अनिल अनूप ने कहा कि, स्व कटियार सिर्फ सहयोगी के रुप में ही नहीं बल्कि छोटे भाई और अंतरंग मित्र भी थे। ये उनकी खास बात रही है कि वे सदैव मुझे अपना गुरु मानते रहे। मित्रता वश कभी कभार विवाद तो छोटे भाई की हैसियत से उनके नखरे भी मुझे भाते रहे और इसका सबसे बड़ा प्रमाण रहा है कि हमारे व्यक्तिगत संपर्क में कभी भी लेश मात्र कमी नहीं आई।
…अनजानी और अचानक मुलाकात एक ऐसे संबंध का परिचायक बन जाएगा जिस की वजह से आज रह रह कर मुझे लग रहा है कि मेरे पास कटियार साहब हैं और अभी अभी कुछ बोलकर चुप हुए हैं…’ यादों में खोकर संवेदना व्यक्त करते हुए श्री अनूप ने कहा।
परिवार के संस्थापक सदस्य मोहन द्विवेदी को जब फोन पर इस खबर की सूचना मिली तो उन्हें सहज विश्वास ही नहीं हुआ। श्री द्विवेदी ने लखनऊ के एक कार्यक्रम में स्वर्गीय कटियार साहब से अपनी पहली मुलाकात के कुछ यादगार लम्हों को याद किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के साथ परिवार के सदस्यों को दिलासा दिया।
टीम हेड चुन्नीलाल प्रधान ने भी दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की। प्रधान ने भी कटियार साहब के साथ अपनी मुलाकात के पल साझा किया।
मार्केटिंग हेड ठाकुर बख्श सिंह, उप संपादक दुर्गा प्रसाद शुक्ला, समाचार संपादक अंजनी कुमार त्रिपाठी, मंडल प्रभारी नौशाद अली के साथ परिवार के सभी राज्यों के सहयोगियों ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की।
परिवार के वरिष्ठ सहयोगी आत्माराम त्रिपाठी ने भी अपनी गहरी संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने कटियार साहब के साथ अपने अनुभवों को भी साझा किया।
Author: samachar
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