दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग के बीच उत्तर प्रदेश के तीन नेताओं की मुश्किल बढ़ती दिख रही हैं। सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के मामले में सुनवाई से न्यायधीश ने खुद को अलग कर लिया।
जबकि, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की जमानत जब्त कराने मायावती ने चुनौती दी है। सांसद बृजभूषण शरण सिंह की यौन शोषण मामले में मुश्किल बढ़ सकती है।
गायत्री प्रजापति: उम्रकैद की सजा को चुनौती
समाजवादी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति ने उम्रकैद की सजा को लखनऊ हाईकोर्ट में चुनौती दी है। बीते दिनों मामले में सुनवाई होनी थी, लेकिन लखनऊ बेंच के जज ने खुद को इससे अलग कर लिया। जिस कारण सुनवाई टल गई। मामले में अब नई बेंच सुनवाई करेगी।
बृजभूषण शरण: दोबारा जांच कराने की मांग
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में आरोप तय करने 10 मई को फैसला होगा। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 7 मई को तारीख दी थी, लेकिन यह फैसला 10 मई तक टाल दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने मुकदमा चलाने की सिफारिश की है। जबकि, बृजभूषण शरण सिंह की ओर से दोबारा जांच कराने की मांग की गई है।
मायावती बोलीं-ज्यादती न सहें, जमानत जब्त करा दो
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती मंगलवार को लखीमपुर खीरी में चुनावी जनसभा संबोधित कर रहीं थीं।
इस दौरान उन्होंने कहा, यहां के भाजपा सांसद अजय मिश्र टेनी ने किसानों पर इतना बड़ा कांड किया है, इनकी जमानत जब्त करा दो। किसान भाइयों से अपील करते हुए मायावती ने कहा, ज्यादती न सहें, वोट इसका जवाब दें।
Author: News Desk
Kamlesh Kumar Chaudhary