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November 22, 2024 10:34 pm

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बेटे को टिकट देकर क्या भाजपा फंस गई कैसरगंज में… एक विश्लेषण

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

भारतीय जनता पार्टी ने बहुप्रतीक्षित कैसरगंज लोकसभा सीट से उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने करण भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया है। ऐसा करके बीजेपी ने एक तीर से दो निशाने साध लिए हैं। एक तो बृजभूषण शरण सिंह का टिकट भी काट लिया और उनकी बगवात भी नहीं झेलनी पड़ी। बीजेपी ने जिन करण भूषण सिंह को कैंडिडेट घोषित किया है वो बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे हैं। उधर बृजभूषण के बेटे को टिकट मिलते ही विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए जोरदार हमला बोल दिया है।

कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ चुका है। बीजेपी बलात्कारियों, रेपिस्ट और परिवारवाद वाले नेताओं के साथ खड़ी है। वहीं सपा ने कहा कि बीजेपी वाले बताए कि बृजभूषण खुद सांसद हैं, उनका बड़ा बेटा विधायक और छोटे बेटे को लोकसभा का टिकट दे दिया है तो ये परिवारवाद है या नहीं। साथ ही पूछा कि राजनाथ सिंह, अनुराग ठाकुर, पीयूष गोयल का परिवारवाद है या नहीं। अब ऐसे में सवाल उठने लगे है कि बृजभूषण के दबदबे के कारण बीजेपी ने करन भूषण को टिकट देकर कहीं बड़ी गलती तो नहीं कर दी। ये बाकी बचे पांच चरणों में बीजेपी को भारी पड़ जाए।

मोदी-शाह ने किया था परिवारवाद पर हमला

दरअसल बीजेपी लगातार विपक्षी दलों पर परिवारवाद को लेकर हमला बोलती आई है। 2024 लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के स्टार प्रचारक परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर हमला बोल रहे है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बयान में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से आगे नहीं सोच सकती है। जो लोग सिर्फ अपने बेटे-बेटियों का भविष्य बनाने में लगे हैं, वे कभी आपके बेटे-बेटियों के बारे में नहीं सोच सकते। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने परिवारवाद को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव को घेरा है। शाह ने कहा कि आपको अपने परिवार के सिवाय कोई यादव नहीं दिखता। अखिलेश, डिंपल, धर्मेंद्र, अक्षय और आदित्य चुनाव लड़ रहे हैं। पांचों यादव इन्होंने अपने परिवार से दे दिए है।

कई लोगों को नहीं मिली जगह

अब बीजेपी अपने ही बयानों पर घिरती नजर आ रही है। बीजेपी ने कैसरगंज सीट से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को टिकट देकर मुश्किलें मोल ले ली है। सपा, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इसे चुनावी मुद्दा बनाकर बीजेपी को ही कटघरे में खड़ा कर सकते हैं। इसके साथ ही बीजेपी को अंदरूनी नाराजगी का भी सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि बीजेपी ने परिवारवाद के नाम पर कई ऐसे बड़े नेताओं के बेटे को अबतक टिकट नहीं दिया है। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह भी शामिल हैं। नीरज सिंह लगातार बीजेपी के कार्यक्रमों में एक्टिव है, नगर निगम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव, पार्टी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं, लेकिन राजनाथ के बेटे होने के कारण नीरज को न ही पार्टी और न ही किसी सदन में जगह मिल रही है। ऐसे कई उदारहण है, जिनके बेटे या परिवार के सदस्यों को पार्टी या सदन में जगह नसीब नहीं हो रही है।

बीजेपी प्रोपोगेंडा सेट करती है- कांग्रेस

करण भूषण सिंह को टिकट मिलने के बाद कांग्रेस के साथ ही समाजवादी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूपी कांग्रेस प्रवक्ता सचिन रावत ने कहा कि अभी तक जो भारतीय जनता पार्टी परिवारवाद-परिवारवाद का राग अलापती थी। अब बीजेपी ने बृजभूषण के बेटे करण भूषण सिंह को टिकट देकर यह सिद्ध कर दिया है कि बीजेपी वाले परिवारवाद के नाम पर सिर्फ प्रोपोगेंडा सेट करते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ चुका है। बीजेपी बलात्कारियों और परिवारवाद वाले नेताओं के साथ खड़ी है। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी बीजेपी पर जोरदार हमला बोल दिया है।

सपा ने लगाया बीजेपी आरोप

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने कहा कि बीजेपी का चरित्र रहा है, जो लोग महिला का शोषण करेंगे, जिनके खिलाफ घोर आपराधिक प्रकरण होंगे BJP ऐसे लोगों का पोषण करती है। इस देश में अगर कही भी बेटियों के साथ दरिंदगी होती है तो बीजेपी बेटियों के पक्ष में खड़ी न होकर दरिंदों के पक्ष में खड़ी होती नजर आती है। सपा प्रवक्ता ने कहा कि अब यह साबित भी हो गया है कि बीजेपी पहलवान बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों के पूरे परिवार को विधानसभा से लेकर लोकसभा सदस्य बनाने के प्रयास में है। मनोज काका ने कहा कि पीएम मोदी ऐसे लोगों के लिए प्रचार करेंगे, और कहेंगे कि वो बेटियों के पक्ष में है। हालांकि सच्चाई ये है कि पीएम मोदी न कभी बेटियों के पक्ष में थे और न ही रहेंगे। बीजेपी का चरित्र इस देश की माताओं और बहनों के खिलाफ ही है, क्योंकि ये लोग तानाशाह लोग है।

बीजेपी को खुद भी आईने में देखना चाहिए!

वरिष्ठ पत्रकार नवल कांत सिन्हा ने कहा कि आज कल राजनीतिक दल सिर्फ एक दूसरे की आलोचना करती है। खुद अपना आईना देखते नहीं है, और दूसरे को आईना दिखाते हैं। यह स्थिति सभी दलों की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा कभी परिवारवाद की बात नहीं करती है। केवल भारतीय जनता पार्टी अन्य दलों पर परिवार वाद का आरोप लगाती हैं। बीजेपी को खुद भी आईने में देखना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि इलाहाबाद में बीजेपी ने केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे को टिकट दे दिया है, क्या ये परिवारवाद नहीं है। ऐसे राजनाथ सिंह और उनका बेटा पंकज सिंह बीजेपी से विधायक है। ऐसे बीजेपी में एक-दो नहीं बल्कि कई उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि परिवारवाद सबमें है, लेकिन परिवारवाद के बयान सिर्फ राजनीतिक आलोचना करने के लिए दिए जाते हैं। बीजेपी अन्य दलों पर अपराधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाती है, लेकिन राजनाथ सिंह की सरकार में सबसे ज्यादा आपराधिक प्रवृत्ति में लोग मंत्री बने थे। इसलिए परिवारवाद और अपराधी को बढ़ावा देने में कोई पीछे नहीं है। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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