ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
पलवल: दरिंदगी की इंतिहा देखिए! एक महिला के साथ रेप किया गया। विडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग शुरू हुई। रुपये भी वसूले और बार-बार रेप किया गया। गर्भवती हुई तो गर्भपात करा दिया। पुलिस से शिकायत की, लेकिन न तो कार्रवाई हुई और न ही ब्लैकमेलिंग थमी। तंग आकर महिला ने आत्महत्या कर ली। आरोपी सलाखों के पीछे नहीं गए, लेकिन दहेज हत्या के आरोप में पति को जेल भेज दिया गया। चार महीने जेल में रहने के बाद पति सबूतों को लिए न्याय के लिए भटकता रहा। घटना के नौ साल बाद अब रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोपी के खिलाफ एसपी के आदेश पर केस दर्ज किया गया है।
घटना पलवल के कैंप थाना एरिया की है। पुलिस ने एक शख्स के खिलाफ रेप, सबूत मिटाने, झूठी सूचना देने, गर्भपात करवाने, वसूली करने, जाली दस्तावेज का इस्तेमाल और धोखाधड़ी के आरोप में ऑडियो रेकॉर्डिंग के आधार पर केस दर्ज किया है। कैंप थाना पुलिस इंचार्ज इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि शहर के हरि नगर निवासी ने एसपी को एक ऑडियो और कुछ दस्तावेज दिए। इससे पता चला कि महिला के साथ 2015 में रेप किया गया। इसके बाद भी दरिंदगी की गई। अब एसपी के आदेश पर पुलिस ने औरंगाबाद निवासी रतन के खिलाफ केस दर्ज किया है। अभी तक आरोपी को अरेस्ट नहीं किया गया है।
बार-बार रेप और ब्लैकमेलिंग से परेशान महिला ने 2015 अगस्त में फंदे से लटकर जान दे दी। मृतक के भाई ने पति सहित चार-पांच लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की शिकायत दी। पुलिस ने उत्पीड़न व मरने के लिए विवश करने के आरोप में केस दर्ज कर महिला के पति को जेल भेज दिया। चार महीने बाद महिला के पति को अदालत से जमानत मिली तो उसने अपनी पत्नी के स्यूसाइड नोट और मोबाइल रेकॉर्डिंग और मेडिकल डॉक्युमेंट चेक किए। उसने आरोपी रतन और उसके साथ देने वालों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित ने तब से अब तक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, महिला आयोग, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस थाने तक शिकायतें दीं। हर शिकायत पर जांच की गई और पीड़ित को ही आरोपी ठहराया जाता रहा। अब मोबाइल रेकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस ने औरंगाबाद निवासी रतन के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीड़ित का कहना है कि आरोपी अकेला नहीं है। उसके साथ अन्य लोग भी शामिल हैं।
पीड़ित का कहना है कि आरोपी ब्लैकमेल कर उसकी पत्नी के साथ बार-बार रेप कर रहा था। रेप के फोटो और वीडियो वायरल कर बदनाम करने की धमकी दे रहा था। गर्भपात के बाद महिला ने पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। उसे धमकाकर भगा दिया। चुप रहने की धमकी दी। इसके कारण उनकी पत्नी को जान गंवानी पड़ी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय पीड़ित को जेल भेज दिया। जेल से बाहर आने के बाद उसने पत्नी का मोबाइल चेक किया तो उसे रेप के बारे में पता चला। मोबाइल में ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली। साथ ही घर में गर्भपात से संबंधित डॉक्युमेंट्स मिले, जिसे डॉक्टरों से जांच कराया गया। इसके आधार पर न्याय की गुहार लगानी शुरू की तो पुलिस हर बार गलत जांच करके फर्जी रिपोर्ट भेजती रही। सबूतों को छिपा कर गलत रिपोर्ट बनाई जाती रही। पीड़ित का कहना है कि इसमें पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
Author: Desk
'श्री कृष्ण मंदिर' लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 500 वर्ग गज के क्षेत्र में बना है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है।