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November 1, 2024 5:04 pm

एक मौत… कहीं खुशी, कहीं गम… . क्या-क्या हुआ अब तक मुख्तार की मौत के बाद… पूरी खबर पढिए

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात उत्तर प्रदेश के बांदा के एक अस्पताल में मौत हो गई। गैंगस्टर के परिवार का दावा है मुख्तार को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था।

हालांकि, इन आरोपों को जिला अधिकारियों ने सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हुई है। हत्या के दोषी मुख्तार अंसारी को बेहोशी की हालत में जेल से बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था।

मऊ सदर से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी के खिलाफ 60 आपराधिक मामले लंबित थे। वह साल 2005 से जेल में थे। मुख्तार की मौत के बाद अब तक क्या-क्या हुआ आइए उस पर एक नजर डालते हैं…

यहां क्या था अवधेश राय हत्याकांड, ऐसा केस जिसने मुख्तार अंसारी की पूरी हनक निकाल दी; मिली थी ताउम्र कैद।

उत्तर प्रदेश प्रशासन ने कई जिलों में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 को लागू कर दिया है। बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

यूपी पुलिस ने गुरुवार को कहा कि ऑनलाइन गैरकानूनी तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की सोशल मीडिया सेल को भी सक्रिय कर दिया गया है।

गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू है। उन्होंने कहा कि लोगों को एकत्र होने की इजाजत नहीं होगी।

वहीं मऊ पुलिस ने कहा, “धारा 144 पहले से ही लागू है। सभी से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया के जरिए फैलाई जा रही किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है। चूंकि आज जुमे की नमाज अदा की जाएगी, इसलिए जिले भर के सभी संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। स्थिति शांतिपूर्ण है, कोई समस्या नहीं है।”

मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया कि उनके पिता ने उन्हें बताया था कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया, “मेरे पिता ने हमें बताया था कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है।

मुख्तार अंसारी ने अपने वकीलों के माध्यम से अदालत को लिखित रूप में सूचित किया था कि उनके साथ ये चीजें हो रही हैं।”

मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने दावा किया कि उन्हें उचित चिकित्सा उपचार नहीं मिला। सिबगतुल्लाह अंसारी ने कहा, “वह 18 मार्च से बहुत अस्वस्थ थे और बार-बार इस बात को उठाने के बावजूद उन्हें कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था।

25-26 मार्च की रात को उनकी हालत बहुत खराब थी, इसलिए औपचारिक रूप से उन्हें कुछ देर के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया। उसके बाद उन्हें वापस भेज दिया गया और कहा गया कि उनकी हालत स्थिर है। उन्हें कोई इलाज नहीं दिया गया।”

इस बीच मुख्तार अंसारी के इशारे पर मारे गए कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा, “मुझे क्या कहना चाहिए? यह ऊपरवाले का आशीर्वाद है। मैं उनसे न्याय की प्रार्थना करती थी और आज न्याय मिल गया। घटना (हत्या) के बाद हमने कभी होली नहीं मनाई, मुझे लगा कि आज हमारे लिए होली है।”

कृष्णानंद राय हत्या मामले में मुख्तार अंसारी के वकील दीपक शर्मा ने दावा किया कि उनके वकीलों ने एक आवेदन दायर किया था जिसमें दावा किया गया था कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा, ”मीडिया और सरकार का कहना है कि उनकी मृत्यु कार्डियक अरेस्ट से हुई लेकिन हम तब तक कुछ नहीं कह सकते जब तक हमें रिपोर्ट नहीं मिल जाती।”

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया मौत की असली वजह हार्ट अटैक नहीं लग रही है… दो दिन पहले उनके वकीलों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अर्जी दी थी कि उन्हें धीरे-धीरे जहर दिया जा रहा है।”

मुख्तार अंसारी की मौत पर समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया, “जो सरकार जीवन की रक्षा नहीं कर सकती, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

उत्तर प्रदेश सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। यह यूपी में कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।”

बसपा अध्यक्ष मायावती ने गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “जेल में मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा लगातार जताई जा रही आशंकाओं और गंभीर आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की जरूरत है, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें।”

बीजेपी नेता हरि सहनी ने कहा कि गैंगस्टर की मौत बीमारी से हुई है। उन्होंने कहा, “बीमारी के कारण उनकी मौत हुई…अब इसे इतना बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का क्या मतलब है… बिहार में एक पुजारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, लेकिन उन्हें (सपा और बसपा को) इसके लिए आवाज उठाना उचित नहीं लगा, हालांकि, उस व्यक्ति (मृतक मुख्तार अंसारी) के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे और अब जब हृदय गति रुकने से उनकी मृत्यु हो गई, अब इसके लिए उनके (सपा और बसपा) मन में बहुत दर्द है।” 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."