संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया। जिले के रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा के विधायक और बीजेपी के टिकट पर बरहज से विधायक रहे सुरेश तिवारी, उनकी बेटी और सहयोगी पर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
यह मुकदमा महाविद्यालय से मानदेय शिक्षक को निकाले जाने, कूट रचना करने, मारपीट और धमकी देने के मामले में दर्ज हुआ है।
शिक्षक के त्यागपत्र पर उसका फर्जी हस्ताक्षर
जिले के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के दुग्धेश्वर नाथ वार्ड निवासी डॉ. देवेश नारायण शुक्ल क्षेत्र के ही रनिहवा स्थित लगना देवी ताराकांत महाविद्यालय में संस्कृत के मानदेय शिक्षक थे।
कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार 20 अप्रैल 2013 को उनकी नियुक्ति हुई। 4 फरवरी 2021 को महाविद्यालय के एक कर्मचारी ने फोन कर कहा कि उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है।
इसी बीच महाविद्यालय द्वारा संस्कृत शिक्षक के लिए विज्ञापन भी निकाल दिया गया। विश्वविद्यालय के संबद्धता विभाग में पता करने बताया गया कि महाविद्यालय द्वारा बताया गया था कि संस्कृत शिक्षक ने त्याग पत्र दे दिया है। डॉ. देवेश नारायण शुक्ल ने त्यागपत्र के हस्ताक्षर को झूठा बताया। जांच के दौरान हस्ताक्षर कूट रचित पाया गया।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
इसके बाद उन्होंने ने रुद्रपुर कोतवाली में पूर्व विधायक सुरेश तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। इस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित शिक्षक ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है।
तीनों पर दर्ज हुआ मुकदमा
रूद्रपुर कोतवाल ने रतन कुमार पांडेय ने बताया कि पूर्व विधायक सुरेश तिवारी, कॉलेज प्रबंधक उनकी पुत्री ममता पांडेय और सहयोगी कामेश्वर पांडेय पुत्र सच्चिदानंद पांडेय के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471,120बी, 406, 504 और 506 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."