ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से बेहद हैरान करने वाली ख़बर हैं जहां यूपी रोडवेज़ की बस में सभी सवारियां बिना टिकट के यात्रा करते हुए पकड़ी गई। ये बस हरदोई से लखनऊ की ओर आ रही थी।
इस बस में क़रीब 52 यात्री सवार थे, चौंकाने वाली बात है कि इनमें से किसी के पास टिकट नहीं था। कंडक्टर ने इनसे पैसे तो लिए लेकिन टिकट नहीं दी थी, मामला सामने आने के बाद आरोपी कंडक्टर और संविदा चालक को बर्खास्त कर दिया गया है।
ख़बर के मुताबिक बुधवार को कैसरबाग डिपो की बस संख्या UP78 FN 2651 हरदोई से लखनऊ आ रही था। रास्ते में परिवहन निगम के चेकिंग दल ने बस को रोका और यात्रियों की टिकट चैकिंग शुरू कर दी। इस बस में क़रीब 52 यात्री सवार थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
चेकिंग के दौरान टीम हैरान रह गई जब किसी यात्री के पास टिकट ही नहीं मिले, पूछने पर पता चला कि उनसे पैसे तो लिए गए थे लेकिन किसी भी यात्री का टिकट नहीं बना था।
बिना टिकट यात्रा कर रही थी सवारी
चेकिंग दल ने जब इस बारे में बस के कंडक्टर और ड्राइवर से पूछताछ की तो कंडक्टर ने बहाना बनाने की कोशिश की और कहा कि वो यात्रियों को टिकट तो देना चाहता था, लेकिन उसकी टिकट काटने की मशीन हैंग हो गई थी, इससे यात्रियों को टिकट नहीं मिल पा रहा था, इस बार चेकिंग दल ने कहा कि टिकट को मैन्युअली भी बनाए जा सकते तो फिर ऐसे क्यों नहीं किया है। पूछताछ में कंडक्टर सही से जवाब नहीं दे पाया जिसके बाद इसकी शिकायत विभाग में कर दी गई।
सरकारी बस में बिना टिकट यात्रा के मामले को परिवहन विभाग ने गंभीरता से लिया है। विभाग कंडक्टर की ओर से दी गई इस दलील को मानने से इनकार कर दिया कि मशीन ख़राब होने की वजह से यात्रियों को टिकट नहीं दी गई थी।
क्षेत्रीय प्रबंधन कैसरबाग अरविंद कुमार ने इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आरोपी कंडक्टर और संविदा ड्राइवर सुशील कुमार अवस्थी को बर्खास्त कर दिया है। मामले की जांच की जा ही है।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि ऐसे मामलों में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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